JAGDALPUR. लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए बस्तर आ रहे पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं में जमकर उत्साह है। नारायणपुर विधानसभा अंतर्गत आमांबाल में 8 अप्रैल को नरेंद्र मोदी आमसभा को संबोधित करेंगे। जिस गांव में यह सभा होने जा रही है उसी गांव में स्थानीय ग्रामीण भी प्रधानमंत्री के आने को लेकर खुश हैं। इस दौरान गांव के ही जोगी परिवार से नरेंद्र मोदी मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याओं से रूबरू होंगे।

बस्तर में 600 सालों से अधिक समय से दशहरे के दौरान राजा की जगह 9 दिनों तक जोगी परिवार देवी उपासना करता है। जोगी परिवार इस बात से उत्साहित है कि नरेंद्र मोदी से पहली बार उन्हें मिलने का मौका मिलेगा। साथ ही यह उम्मीद भी है कि दशकों से उनकी जातिगत पहचान की समस्या शायद दूर हो जाए।

दरअसल, जोगी समुदाय से प्रधानमंत्री की मुलाकात होगी, यह जोगी समुदाय वर्षों से राज परिवार की परंपरा का सहभागी होने की तकलीफ झेल रहा है। दरअसल 1913 में सरकारी सर्वे के दौरान इन जोगी परिवार के लोगों के नाम के आगे जोगी जाति लिख दी गई।

जिसकी वजह से उनकी आदिवासी पहचान खो गई। अनुसूचित जनजाति सूची में जोगी का कोई स्थान नहीं है। और सैकड़ों सालों से इस एक छोटी सी गलती का खामियाजा जोगी परिवार उठा रहा है।

जोगी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले ग्रामीणों का कहना है कि वे सैकड़ो सालों से बस्तर में निवास करते हैं और हवा जनजाति से ताल्लुक रखते हैं।

राज परिवार की परंपरा का निर्वहन करने की वजह से उन्हें जोगी की उपाधि दी गई थी, लेकिन इस उपाधि को जाति के रूप में दर्ज कर दिया गया। जो बाद में उनके लिए ही परेशानी का कारण बन गई।

इसकी वजह से उन्हें जनजाति को मिलने वाले लाभ से वंचित कर दिया जाता है और पीढ़ी दर पीढ़ी वे आरक्षण का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। मोदी के दौरे के साथ जोगी समुदाय उत्साहित है कि शायद सालों से जो फरियाद उनकी किसी ने सुनी नहीं मोदी सुन ले।