BILASPUR. छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में चार वर्ष पूर्व जशपुर में हुए डबल मर्डर केस मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने के सामने एक भी सुराग नहीं था। ऐसे में कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 4 साल बाद भी कोई सुराग नहीं है। मर्डर हुआ और उसका कोई सुराग अब तक नहीं मिला है। कोर्ट ने एसपी जशपुर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। अगली सुनवाई 9 अप्रैल को होगी।
बता दें, जशपुर जिला के आस्ता थाना क्षेत्र में 2 जुलाई 2020 को पति-पत्नी शैलेन्द्र सिंह और सुमित्रा की निर्मम हत्या अज्ञात लोगों ने घर में घुसकर कर दी थी। मृतक शैलेन्द्र आस्ता क्षेत्र के किराना सामान के थोक व्यापारी थे।
इस घटना में आरोपी हत्या की मंशा से घर में घूसे थे या फिर लूट अभी तक पुलिस पता नहीं लगा पायी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की हत्या कई लोगों ने मिलकर की है इस बार की पुष्टि भी हुई।
इस मामले में पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज किया। लेकिन 4 वर्ष बाद भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
परिवार को सिर्फ जांच जारी होने की बात कहीं गई। मृतको को न्याय नहीं मिलने पर पिता व अन्य रिश्तेदार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
कोर्ट ने इस मामले में दिखाई गंभीरता
हाईकोर्ट में डबल मर्डर केस के सुराग नहीं होने के मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा एवं जस्टिस अरविंद कुमार अग्रवाल की बेंच में हुई।
कोर्ट ने डबल मर्डर केस की जांच में लापरवाही को गंभीरता से लिया है। जशपुर एसपी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।