NARAYANPUR. छत्तीसगढ़ के नक्सली प्रभावित जिले नारायणपुर में एक बार फिर नक्सलियों ने ग्रामीण बीजेपी नेता की हत्या कर दी है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। वहीं इस घटना के बाद जवानों की टीम ने सर्चिंग शुरू कर दी।
वहीं, दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने BJP नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा है कि बीजेपी नेता चुनाव प्रचार न करें। प्रचार करने वालों को मौत की सजा दी जाएगी। चेरपाल में नक्सलियों ने पर्चे लगाए हैं। यह बारसूर थाना इलाक़े का मामला है।
मिली जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने दंडवंड उपसरपंच के पद पर पदस्थ ग्रामीण पंचम दास को मंगलवार रात मौत के घाट उतार दिया। जो कि बीजेपी पार्टी से जुड़ा हुआ था। नक्सलियों ने घर का दरबाजा तोड़कर घुसे थे और फिर कुल्हाड़ी से वारकर पंचम दास को मौत के घाट उतार दिया।
इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीं इस वारदात के बाद पुलिस बल, DRG, ITBP की टीम जांच में जुट गई है। साथ ही एसपी नारायणपुर प्रभात कुमार झा ने इस वारदात की पुष्टि की है।
वहीं, नक्सलियों द्वारा फेंके गए पर्चे में लिखा है कि नारायणपुर जिले के दंडवंड ग्राम पंचायत के भाजपा नेता व उपसरपंच पंचमदास जनविरोधी भ्रष्टाचार और पुलिस मुखबिर, गोपनीय सैनिक काम करता था। कई बार चेतावनी देने के बावजूद नहीं मानने पर मौत की सजा दी गई है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ बीते दिन ही एक बड़ी नक्सली एनकाउंटर को सुरक्षाबलों ने अंजाम दिया था। जिसमें 29 नक्सली मारे गए थे। इसमें 25 लाख का इनामी व टॉप नक्सल कमांडर शंकर राव और ललिता को भी मारा गया है। जाहिर है कि इस हमले से नक्सली काफी बौखलाए हुए हैं और कभी भी पलटवार कर सकते हैं।
जानिए हत्या का पैटर्न
भाजपा नेताओं के खिलाफ हिंसा का पैटर्न 2023 की शुरुआत तक फैला हुआ है। अकेले फरवरी में तीन भाजपाइयों की हत्या कर दी गई। बीजापुर जिले के आवापल्ली के भाजपा मंडल प्रमुख नीलकंठ काकेम को 5 फरवरी को चाकू मार दिया गया था। ठीक पांच दिन बाद, भाजपा की नारायणपुर जिला इकाई के उप प्रमुख सागर साहू की उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
11 फरवरी को हितामेटा गांव के निवासी रामधर अलामी की अबूझमाड़ के सुदूरवर्ती गांव में पूजा से लौटते समय घात लगाकर हत्या कर दी गई। 3 मार्च 2024 को बस्तर के बीजापुर जिले में एक शादी से निकलने के बाद माओवादियों के हिट दस्ते ने भाजपा पदाधिकारी तिरूपति कटला की हत्या कर दी। पिछले एक साल में माओवादियों द्वारा हत्या किए जाने वाले आठवें भाजपा पदाधिकारी हैं। 7 मार्च को बीजेपी नेता कैलाश नाग को नक्सलियों ने अगवा करने के बाद कुल्हाड़ी से काटकर उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद नक्सलियों ने शव को भूरीपानी-कोकमेंटा के बीच फेंक दिया और वहां से भाग गए। एक साल के अंतराल में करीब 10 बीजेपी नेताओं की हत्या की जा चुकी है।