TORANTO. दुनिया के कई देशों के बीच तनाव की खबरें मिल रही हैं। इस बीच, कनाडा में चीन के राजदूत कांग पेइवु ने करीब पांच साल बाद अपना पद छोड़ दिया है। पेइवु अपने देश यानी चीन लौट आए हैं। हालांकि, ओटावा में चीन के दूतावास ने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया है।
दरअसल, पेइवु 2019 से कनाडा में चीन के राजदूत थे। उनके पद संभालने से पहले ही चीन और कनाडा के बीच संबंध तनावपूर्ण थे, क्योंकि 2018 में चीनी कंपनी हुवावेई के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर मेंग वोनझोऊ को वित्तीय गड़बड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था।
इसके बाद चीन में कनाडा के दो नागरिकों- माइकल स्पावर और माइकल कोवरिग को हिरासत में ले लिया गया था। इसके वोनझोऊ की गिरफ्तारी का बदला माना गया था। इससे चीन और कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया।
दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध रसातल की ओर है। चीन और कनाडा के बीच तनावपूर्ण रिश्तों के बीच नया विवाद भी सामने आया। कनाडा के चुनावों में चीन के संभावित दखल को लेकर चिंताएं जाहिर की गईं।
पिछले हफ्ते कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस मामले पर गवाही दी थी। गवाही में उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि चीन कनाडा में 2019 और 2021 के संघीय चुनावों के नतीजे को प्रभावित करने में सफल रहा।
इस बीच, कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली के कार्यालय ने पुष्टि की है कि उनके उप मंत्री डेविड मॉरिसन दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने के लिए चीन में हैं।
हालांकि ग्लोबल अफेयर्स कनाडा ने अभी तक उनकी यात्रा के लिए कोई यात्रा कार्यक्रम जारी नहीं किया है। इस साल जनवरी में दोनों देशों ने एक-दूसरे के साथ संवाद और सहयोग करने का वचन देते हुए बयान दिए हैं।