RAIPUR. गटर में सफाई के लिए उतरे दो कर्मचारियों की मौत का मामला बढ़ता ही जा रहा है। इसके साथ गृहमंत्री विजय शर्मा की नाराजगी के बाद कार्रवाई भी तेज हो गई है। इस बीच, तेलीबांधा पुलिस ने अशोका बिरयानी के संचालक कृष्णकांत तिवारी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ धारा 304, 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।

इसके साथ ही वर्तमान में जेल में बंद ब्रांच मैनेजर रोमिना मंडल और जीएम रोहित चंद को रिहा होने के बाद गिरफ्तार किया जाएगा। सीईओ सनाया तिवारी फरार है। इससे पहले पुलिस ने अशोका बिरयानी के संचालक कृष्णकांत तिवारी, सीईओ सनाया तिवारी, जीएम रोहित चंद, ब्रांच मैनेजर रोमिना मंडल पर गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है।

बता दें कि शुक्रवार देर रात हंगामे के बाद अशोका बिरयानी प्रबंधन ने मृतक कर्मचारी नीलकमल पटेल और डेविड साहू के स्वजन को 15-15 लाख रुपये मुआवजे का चेक दिया। साथ ही पीड़ित परिवारों को 15-15 हजार रुपए प्रतिमाह देने पर सहमति बनी।

दरअसल, दोनों मृत कर्मचारी डेविड साहू और नीलकंठ पटेल के परिजन शुक्रवार आधी रात तक आरोपियों पर केस दर्ज करने की मांग को लेकर होटल के गेट पर बैठे थे। इसकी जानकारी मिलने पर गृहमंत्री मिलने पहुंचे। वहां उनके परिजनों ने रोते हुए अपनी फरियाद सुनाई।

उसके बाद वे पुलिस अफसरों पर नाराज हुए। उसके बाद आनन-फानन में पुलिस ने केस दर्ज किया। गृह मंत्री के मौके पर पहुंचने की सूचना मिलने पर कलेक्टर और एसएसपी भी वहां पहुंच गए थे।

इसके बाद ही होटल प्रबंधन मृतकों के परिवारवालों को 15-15 लाख रुपए मुआवजा देने के लिए तैयार हुए। होटल प्रबंधन की ओर से ये वादा किया गया कि दोनों परिवारवालों को हर महीने आजीवन 15-15 हजार रुपए गुजारा भत्ता भी दिया जाएगा।

इस समझौते के बाद मृतक के परिवार वाले शव लेकर गांव रवाना हुए हैं।



































