RAJNANDGAON. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भरे मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाकर सुरेंद्र दास वैष्णव सुर्खियों में आए थे। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हे 6 वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। जिसके बाद आज फिर सुरेंद्र दास वैष्णव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। और एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कई गंभीर आरोप लगाए। इन आरोपों पर उन्होने खुले मंच में बातचीत की चुनौती भी दी।
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ खुटेरी के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाषण देकर सुरेंद्र दास वैष्णव सुर्खियों में आए थे। सुरेंद्र दास वैष्णव को कांग्रेस पार्टी ने 6 वर्ष के लिए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया है। निष्कासित किए जाने की खबर के बाद उन्होंने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
सुरेंद्र दास वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कांग्रेस पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड बना देने का आरोप लगाया है। वहीं अपने हाथ में गंगाजल रखकर शराब बंदी की कसम खाने के बाद भी प्रदेश में शराब बंदी नहीं किए जाने को लेकर उन पर झूठी कसम खाने का आरोप भी लगाया।
वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने पूर्व जिला कांग्रेस के अध्यक्ष अलाली राम यादव को कोरोना काल के दौरान उत्तर प्रदेश में डीआरडीओ बनाकर भेजे जाने का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जाने के बाद उन्हें कोरोना हो गया था और उनकी जान चली गई लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनके परिवार की पूछ परख नहीं की।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भय और आतंकी की राजनीति करने का आरोप लगाया है और कहा है कि जिला पंचायत उपाध्यक्ष रहते हुए मैंने भाजपा सरकार का पुरजोर विरोध किया लेकिन कभी भी मेरे मन में असुरक्षा का भाव नहीं आया। वहीं उन्होंने कहा कि सिर्फ एक बार आपका विरोध करने पर मुझे और मेरे परिवार को सुरक्षा की जरूरत महसूस हो गई।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में चुनाव के पहले अपने छत्तीसगढ़ की जनता से जो वादे किए उसे नहीं निभा पाए। इस कारण कांग्रेस की सरकार प्रदेश में आपके हाथ से फिसल गई। उन्होंने कहा कि वादा खिलाफी करने में भूपेश बघेल ने अपने साथियों को भी नहीं छोड़ा।
सुरेंद्र दास वैष्णव ने कहा कि वे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को खुला चैलेंज करते हैं कि जो भी बात उन्होंने अब तक कही उसका प्रमाण है। इसके लिए शहर के मन मंदिर चौक में वे भूपेश बघेल के साथ डिबेट के लिए भी तैयार हैं। अगर मेरी हार होती है तो मैं राजनांदगांव जिला छोड़ दूंगा और भूपेश बघेल की हार होगी तो उन्हें चुनावी मैदान छोड़ना होगा।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सुरेंद्र दास वैष्णव ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कई तीखे प्रहार करते हुए कहा कि उनके इशारे पर ही उन्हें कांग्रेस से निष्कासित किया गया है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के डेलिगेट्स मेंबर है ऐसे में उनके निष्कासन का अधिकार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को ही है। इसके बावजूद समाचार पत्रों में अपने निष्कासन की खबर से सुरेंद्र दास वैष्णव ने स्वयं को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित मान लिया है और अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जाकर अपनी बातें उन कार्यकर्ताओं तक रखेंगे।