RAJNANDGAON. छत्तीसगढ़ की मशहूर लोक कलाकार को पूनम तिवारी को द्वारा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 60 वर्षीय पूनम तिवारी को केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति के हाथों मिलेगा। दरअसल, 14 साल की उम्र में मशहूर पटकथा लेखक, नाट्य निर्देशक, कवि और अभिनेता हबीब तनवीर के साथ देश-विदेश में विभिन्न भूमिकाओं में उन्होंने प्रस्तुति दी है।
पूनम तिवारी को छत्तीसगढ़ शासन की ओर से 2016 में दाउ मंदराजी स्मृति सम्मान से नवाजा जा चुका है। उनके पति स्व.दीपक विराट तिवारी को भी यह अवॉर्ड मिल चुका है। वे भी हबीब तनवीर के साथ चरणदास चोर नाटक में कई मंचों पर काम कर चुके थे। पूनम के बेटे वीरू विराट भी इसी क्षेत्र में रहे।
वर्तमान में पूनम तिवारी रंग छत्तीसा समूह के माध्यम से गीतों की प्रस्तुति देती हैं। 8 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने मंचों पर प्रस्तुति देना शुरू किया था। 14 वर्ष की आयु में दुर्ग के संतराबाड़ी में बरसन चंपा नाच पार्टी का प्रोग्राम था। पूनम गायन, नृत्य अभिनय करती थीं।
इस दौरान हबीब तनवीर इनकी कलाकारी से प्रभावित हुए और फिर क्या था उन्होंने अपने साथ कई मंचों पर पूनम को प्रस्तुति देने का अवसर दिया। अनगिनत लोक गीतों की प्रस्तुति हजारों बार स्टेज पर दे चुकी हैं। हबीब तनवीर के साथ भारत देश के अलावा लंदन, पेरिस, जर्मनी, रूस, बांग्लादेश जैसे कई देशों में अपनी कला का लोहा मनवा चुकी हैं।
पूनम तिवारी ने हबीब तनवीर के नाटक चरणदास चोर में रानी और दासी दोनों का किरदार निभाया। लंबे समय तक उनके साथ काम करने का अवसर मिला। मिट्टी की गाड़ी, आगरा बाजार, चरणदास चोर, बहादुर कलारिन, सड़क नाटक, लॉटरी, लोरिक चंदा जैसे नाटकों में उन्होंने अभिनय किया।
बेटे की मौत पर गाया था चोला माटी के हे राम
कुछ वर्ष पहले बेटे पूनम तिवारी के बेटे वीरू विराट की आकस्मिक मौत हो गई थी। इस दौरान उन्होंने चोला माटी के हे राम…. गाकर अपने संगीतज्ञ बेटे को अंतिम विदाई दी थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था।
बेटे के दोस्तों ने वाद्ययंत्र बजाया था। इसके कुछ समय पहले ही मशहूर रंगकर्मी और पूनम के पति दीपक विराट तिवारी का निधन हुआ था। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे। परिवार में अब दो बेटियां हैं।