NEW DELHI. महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच चुनाव चिन्ह को लेकर विवाद मचा हुआ है। इस बीच, लोकसभा चुनाव से पहले शरद पवार गुट को चुनाव आयोग से नई पहचान मिल गई है।
भारत निर्वाचन आयोग Election Commission of India ने गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (Nationalist Congress Party-Sharadchandra Pawar) को नया चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया।
चुनाव आयोग ने पार्टी को तुतारी (तुरहा बजाते हुए एक व्यक्ति) आवंटित किया है। बता दें कि तुतारी एक तरह का पारंपरिक वाद्य यंत्र है। शरद पवार की पार्टी एनसीपी-शरदचंद्र पवार को निर्वाचन आयोग ने नया चुनाव चिह्न दे दिया है।
पवार ‘तुरहा बजाते व्यक्ति’ के चुनाव चिह्न पर वोट मांगते दिखेंगे। तुरहा एक पारंपरिक शहनाई है, जिसे महाराष्ट्र में ‘तुतारी’ बोलते हैं। नया सिंबल मिलने पर पार्टी ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है। दरअसल, 6 फरवरी को आयोग ने पवार के भतीजे अजीत पवार गुट को असली एनसीपी बताकर चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ उनको एलॉट किया था।
पार्टी लोकसभा चुनाव में नए नाम और नए निशान के साथ उतरेगी। पार्टी ने सोशल मीडिया पर लिखा, महाराष्ट्र के आदर्श, फुले, शाहू, अम्बेडकर, छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों के साथ, यह ‘तुतारी’ शरद पवार के साथ दिल्ली के सिंहासन को हिलाने के लिए एक बार फिर से बिगुल बजाने के लिए तैयार है।
गौरतलब है कि शरद पवार द्वारा स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पिछले साल दो खेमों में बंट गई थी। जुलाई, 2023 में शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने आठ अन्य विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे नीत सरकार में शामिल हो गए थे।
वहीं, लंबे समय से जारी बयान बाजी और उठापठक के बीच चुनाव आयोग ने डिप्टी सीएम अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम और ‘घड़ी’ चिह्न दे दिया था।
पार्टी ने कहा-यह गौरव की बात
पार्टी ने कहा कि महाराष्ट्र के इतिहास में दिल्ली की राजगद्दी के कान खड़े करने वाले छत्रपति शिवाजी का शौर्य आज ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी – शरद चंद्र पवार’ के लिए गौरव की बात है।
छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराष्ट्र के आदर्श, फुले, शाहू, अम्बेडकर के प्रगतिशील विचारों वाले आदरणीय श्री यही ‘तुतारी’ एक बार फिर शरद चंद्र पवार साहब के साथ मिलकर दिल्ली की गद्दी हिलाने का बिगुल बजाने को तैयार है!