RAIPUR. छत्तीसगढ़ में एक बार फिर जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। इसी क्रम में प्रदेश में छापेमार की बड़ी कार्रवाई चल रही है। आज सुबह आबकारी गड़बड़ी मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने एक साथ 13 ठिकानों में छापेमार कार्रवाई की।
जानकारी के अनुसार जांच टीम ने रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग समेत प्रदेश के अन्य जिलो में शराब घोटाले में दर्ज लोगों के ठिकानों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई की है। संयुक्त टीम ने सुबह करीब 5 से 6 बजे के बीच कार्रवाई को अंजाम दिया है। इसके अलावा दस्तावेजों की जांच के लिए यह टीम मुंगेली जिले में भी लगातार कार्रवाई कर रही है।
दअरसल, एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की संयुक्त टीम ने एक साथ प्रदेश के 13 ठिकानों में सुबह करीब 5 से 6 के बीच धावा बोला है।
एसीबी और ईओडब्लू की टीम कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर स्थित अनवर ढेबर, विवेका ढांड के अलावा बिलासपुर के अनिल टूटेजा के ठिकानों पर दबिश दी है। जानकारी के अनुसार बिलासपुर में संयुक्त टीम ने कोटा स्थित वेलकम डिस्लेरी में अल सुबह छापा मारा।
यह टीम पूछताछ के अलावा दस्तावेजों की भी जांच कर रही है। इसके अलावा मुंगेली जिले के सरगांव स्थित भाटिया डिस्लेरी पर संयुक्त टीम पहुंची है। दोनो ही जगह संयुक्त टीम कड़ी सुरक्षा के बीच कार्रवाई और जांच पड़ताल कर रही है।
गौरतलब है कि शराब और कोयला घोटाला मामले में ED ने दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों समेत 100 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई थी। इनमें कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा, खाद्य मंत्री रहे अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो, शिशुपाल का नाम शामिल है।
इनके अलावा 2 निलंबित IAS, रिटायर्ड IAS अफसर और कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल समेत अन्य के नेताओं के नाम भी हैं। ये एफआईआई ACB में 17 जनवरी को कराई गई है।
गौरतलब है कि सभी के खिलाफ शराब मामले को लेकर ईड़ी ने अपराध दर्ज किया है। पिछले महीने ही शराब विभाग के अधिकारियों समेत ढांढ और अनिल टूटेज समेत सभी पर एफआईआर दर्ज है।