BHOPAL. सोशल मीडिया के इस दौर में गुजरे कांड कब सामने आ जाएं, कुछ कह नहीं सकते। …और कांड खराब हैं तो वर्तमान भी खराब हो सकता है। इस बात को मध्य प्रदेश के डॉक्टर साहब से बेहतर कोई और नहीं समझ सकता।
दरअसल मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी डॉ. राजू निदारिया को दो रोज पहले ही मुख्यमंत्री सचिवालय में अवर सचिव बनाया गया था। लेकिन उनका एक कांड सोशल मीडिया पर तैरने लगा और साहब का आदेश निरस्त हो गया।
शाजापुर जिले के प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को 28 जनवरी को आदेश जारी कर भोपाल में सीएम सचिवालय में अवर सचिव बनाया गया था, लेकिन दो दिन बाद 31 जनवरी को उस आदेश को निरस्त कर वापस उन्हें मूल विभाग में भेज दिया गया है।
⏩डॉ. राजू निदारिया की नियुक्ति निरस्त
⏩मुख्यमंत्री सचिवालय में अवर सचिव बनाने का जारी हुआ था आदेश
⏩चुंबन कांड का मामला चर्चा में आने पर मूल विभाग भेजा@DrMohanYadav51 @CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/bKxcTf3nKq— TheSootr (@TheSootr) January 30, 2024
बता दें कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पर पदस्थ रहे हैं और इनकी सेवाएं लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से वापस लेकर उन्हें सीएम सचिवालय भेजा गया। उप सचिव विवेक कुमार रघुवंशी ने सचिव जी डी रश्मि के आदेश पर दिनांक 28 जनवरी को अपने हस्ताक्षर से पत्र जारी किया।
दो दिन बाद ही मूल विभाग भेजा
पत्र में स्पष्ट है डॉ निदारिया को शाजापुर से हटाकर भोपाल पदस्थ किया गया। पत्र में आगामी आदेश तक अस्थाई सेवा के रूप में अवर सचिव का दायित्व सौंपा गया है। भोपाल पदस्थ करते ही डॉ. निदारिया को दो दिन बाद वापस मूल विभाग में भेज दिया गया। सीएम सचिवालय ने दो दिन बाद फिर से आदेश निकालकर इनके मूल विभाग में भेज दिया।