RAIPUR.छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करने जा रही है। इसे लेकर 4 जनवरी को दिल्ली में एक बड़ी बैठक भी होगी। क्या है लोकसभा चुनाव की रणनीति? कैसे राहुल गांधी की पदयात्रा से लाभ की उम्मीद कर रही है कांग्रेस? इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में अब तक हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस एक और दो से अधिक सीटें नहीं जीत सकी। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बंपर जीत के बाद हुए 2019 के चुनाव में बमुश्किल कांग्रेस को दो सीटें ही मिल सकी। यही वजह है इस बार कांग्रेस ने सीटें बढ़ाने अभी से तैयारियां शुरू कर दी है। बस्तर और कोरबा की सीटें बचाने पर तो फोकस है ही। राहुल गांधी की यात्रा के माध्यम से कांग्रेस पांच सीटों पर खासी मशक्कत कर रही है।
राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा छत्तीसगढ़ में 5 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरेगी। रायगढ़ से प्रवेश करने के बाद जांजगीर चांपा, बिलासपुर, कोरबा होते हुए सरगुजा से वाराणसी रवाना हो जाएगी। यात्रा के माध्यम से कांग्रेस जहां हार से हताश कार्यकर्ताओं को रीचार्ज करने की कोशिश करेगी। वहीं पांच सीटों पर सीधा फोकस भी होगा। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों और भारत न्याय यात्रा को लेकर 4 जनवरी को दिल्ली में बड़ी बैठक होने जा रही है।
राहुल गांधी के साथ बैठक में पीसीसी चीफ दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत पार्टी के सीनियर नेता शामिल होंगे। बैठक में यात्रा पर रणनीति बनेगी। साथ ही आगामी कार्यक्रमों को लेकर भी चर्चा होगी। कांग्रेस लोकसभा स्तरीय सम्मेलन करने भी जा रही है। इस पर भी चर्चा होगी।
दूसरी ओर इसे लेकर जुबानी जंग भी छिड़ी हुई है। कांग्रेस जहां मोदी सरकार की विफलताओं के दम पर जीत का भरोसा जता रही है। वहीं भाजपा सभी 11 सीटों में जीत का दावा कर रही है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में जीत के बाद से ही लोकसभा की तैयारियां शुरू कर दी है। लेकिन कांग्रेसी खेमे में इस वक्त मायूसी पसरी है।
ऐसे में भले कांग्रेस न्याय यात्रा और लाेेकसभा स्तरीय सम्मेलनों के माध्यम से अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन कांग्रेस के लिए अपने पिछले परिणाम को सुधारना भी बड़ी चुनौती होगी, खासकर जब बात लोकसभा की हो तो यह बात और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।