RAIPUR. छत्तीसगढ़ समेत देशभर में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। हालांकि इस बार यह संक्रमण कम खतरनाक बताया जा रहा है। इस बीच, छत्तीसगढ़ में भी कोरोना का नया वैरिएंट जेएन-1 पहुंच गया है। एम्स की वायरोलॉजी विभाग की लैब में 40 से ज्यादा मरीजों के सैंपल की जांच की गई थी। इसमें 25 मरीजों में यह संक्रमण मिला है। हालांकि राहत की बात है कि सभी मरीज खतरे से बाहर हैं। एम्स ने यह रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेज दी है।
बता दें कि नया वैरिएंट जेएन-1 के मरीज देश के कई राज्यों में मिल चुके हैं और इसे तीसरी लहर में फैले ओमिक्रॉन से भी हल्का माना जा रहा है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एम्स से रिपोर्ट आने के बाद सभी जिलों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है। इसके साथ ही आज यानी शुक्रवार से ओपीडी में संदिग्धों की जांच बढ़ाने के निर्देश भी दे दिए गए हैं।
छत्तीसगढ़ में 112 एक्टिव मरीज, सबसे ज्यादा रायपुर में
छत्तीसगढ़ में अभी कोरोना के 112 एक्टिव मरीज हैं। सबसे अधिक मरीज रायपुर में मिले हैं। यहां 44 मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरुवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार 18 नए मरीज मिले हैं। सबसे अधिक चार-चार मरीज सुकमा व रायगढ़ में मिले हैं। बस्तर व बालोद में 3-3, दुर्ग, बेमेतरा, कांकेर और बलौदाबाजार में एक-एक संक्रमित मिला है।
जानिए JN-1-वैरिएंट के बारे में
छत्तीसगढ़ से पहले देश के कई शहरों में JN-1 वैरिएंट मिला चुका है। इस संक्रमण का पहली बार पहचान अगस्त में की गई थीञ यह ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट BA.2.86 से बना है. 2022 की शुरुआत में BA.2.86 ही कोरोना के मामलों में वृद्धि का कारण था। BA.2.86 व्यापक रूप से नहीं फैला था, लेकिन इसने विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया था क्योंकि BA.2.86 के स्पाइक प्रोटीन पर अतिरिक्त म्यूटेशन हुए थे और उसी तरह JN.1 के स्पाइक प्रोटीन में भी एक अतिरिक्त म्यूटेशन है।