RAIPUR. ऑनलाइन सट्टेबाजी में मनी लॉड्रिंग केस लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। दरअसल, इस मामले में गिरफ्तार नितिन टिबड़ेवाल और अमित अग्रवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोर्ट में पेश किया। इसके बाद 22 जनवरी तक रिमांड पर ले लिया है। आरोपियों से पूछताछ के दौरान ईडी को कई जानकारी मिली है, जिसके आधार पर दोनों को रिमांड पर लिया गया है। दोनों आरोपियों को ईडी ने 12 जनवरी को गिरफ्तार किया था।
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार कारोबारी अमित अग्रवाल और दुबई में रहने वाले उसके भाई अनिल ने सऊदी अरब में 20.70 लाख दिरहम यानी भारतीय मुद्रा में 4.68 करोड़ रुपए निवेश किया है। दुबई के बैंक में दोनों भाइयों का खाता है। उन्होंने वहां की एक कंपनी में पैसा लगाया है। ईडी को खाते की जानकारी मिल गई है। इसके अलावा हवाला कारोबारी नितिन के भी आधा दर्जन खाताें का पता चला है। उसने दुबई में मोटी रकम का हवाला किया है। दोनांे का सट्टेबाजी प्रमोटर सौरभ और रवि से सीधा कनेक्शन है। पिछले तीन साल से दोनों सट्टे का पैसा हवाला कर रहे हैं। ईडी के अधिवक्ता धीरेंद्र नंदे ने बताया कि नितिन और अमित का शुक्रवार को रिमांड खत्म होने पर कोर्ट पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों से पूछताछ के लिए 22 जनवरी तक की रिमांड दी है।
दुबई में बैठा है सट्टेबाजी का प्रमोटर
ईडी मनी लांड्रिंग और सट्टे के केस की पड़ताल के दौरान अमित अग्रवाल के कई लोकल कनेक्शन का क्लू मिला है। रायपुर, राजनांदगांव, रायगढ़, सक्ती, जांजगीर, बिलासपुर के कई बड़े सटोरी और एमसीएक्स कारोबारियों से उसका लिंक है। दोनों के प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी ईडी को मिल गए हैं। ईडी ने कारोबारी अमित अग्रवाल के भाई अनिल अग्रवाल उर्फ अतुल को फरार घोषित किया है। वह सट्टेबाजी के प्रमोटर के साथ दुबई में बैठा हुआ है।