RAJNANDGAON. राजनांदगांव नगर निगम क्षेत्र में नीलामी की दुकान आवंटन से जुड़े मामले को लेकर आज एक व्यक्ति नगर निगम की छत पर चढ़ गया। इसके बाद उसने स्वयं पर पेट्रोल डालते हुए आत्महत्या करने का प्रयास किया। हालाकि शख्स को काफी समझाइश के बाद छत से सकुशल उतार लिया गया। लेकिन इस बीच यहां काफी अफरा तफरी का माहौल बन गया।
राजनांदगांव नगर निगम में शुक्रवार की दोपहर मयूर भोजवानी नामक एक व्यक्ति हाथों में पेट्रोल से भरा एक केन लेकर नगर निगम दफ्तर पहुंचा और सीधे नगर के एक बिल्डिंग की छत पर चढ़कर स्वयं पर पेट्रोल डाल लिया। इस दौरान काफी भीड़ जमा हो गई और लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और निगम अधिकारियों को दी। मौके पर पुलिस और निगम आयुक्त पहुंचे। इसके बाद काफी समझाइस देकर उस व्यक्ति को छत से उतर लिया गया।
आत्महत्या का प्रयास करने वाले मयूर भोजवानी ने कहा कि वह नगर निगम की कई दुकानों की नीलामी में बोली लगाता है। कई लोगों के नाम से दुकान भी लेता है। जिसमें उसके लाखों रुपये फंसे हुए हैं, लेकिन नगर निगम द्वारा बिना नोटिस दिए ही इन दुकानों का आवंटन रद्द किए जाने की बात कही जा रही है। मयूर भोजवानी ने कहा कि नगर निगम प्रशासन इन दुकानों के बकाया रुपए ले ले और दुकान उनके नाम पर कर दें।
नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में दुकान बनाकर उसे नीलाम किया गया है, लेकिन कई दुकानदारों द्वारा प्रीमियम की राशि जमा नहीं करने पर दुकानों के आवंटन रद्द किए जाने की प्रक्रिया भी की जा रही है। मयूर भोजवानी द्वारा आत्महत्या के प्रयास के इस मामले को लेकर नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता ने कहा कि मयूर भोजवानी जिन दुकानों की बात कर रहे हैं वह दुकान उनके नाम पर आवंटित नहीं है। आयुक्त ने कहा कि मयूर भोजवानी के अनुसार उन्होंने कई दुकानों को लेने के लिए अन्य लोगों को रुपए दिए हुए हैं, लेकिन नगर निगम द्वारा दुकानों का आबंटन पहली पार्टी के नाम पर ही किया जाएगा। बाद में हस्तांतरण की जो प्रक्रिया है वह आवंटन पश्चात नियम अनुसार कर सकते हैं। आयुक्त ने कहा कि मयूर भोजवानी को समझाईश दी गई है।
इसलिए ऐसा उठाया कदम
खुद पर पेट्रोल डालकर आत्महत्या के प्रयास में नगर निगम की छत पर चढ़े मयूर भोजवानी ने जिन लोगों के नाम से दुकान लेने राशि जमा की है, उसकी शेष राशि भी नगर निगम में जमा करना चाहते हैं। लेकिन दुकान जिनके नाम से नीलामी में दी गई है प्रीमियम जमा होने के बाद भी आवंटन नियम अनुसार उनके नाम पर ही होगा। ऐसे में इन दुकानों पर अपने अधिकार को लेकर मयूर भोजवानी लगातार नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं, तो वही नीलामी जिनके के नाम पर हुई है उनके द्वारा रुपए नहीं जमा करने की स्थिति में दुकान का आवंटन रद्द करने और दूसरों को आवंटित करने की प्रक्रिया भी की जाएगी। इसके विरोध में मयूर भोजवानी ने अपनी मांग को लेकर इस तरह का कदम उठाया है। वहीं नगर निगम द्वारा नियमों के अनुसार ही दुकानों के प्रीमियम राशि जमा कराकर संबंधित व्यक्ति के नाम ही दुकान दिये जाने की समझाइस देकर उसे वापस भेजा गया है।