RAIPUR. अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला का 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होने जा रहा है। इस देश भर से 3000 वीवीआईपी और 4000 साधु-संतों को निमंत्रण दिया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ भी शामिल है। दूधाधारी मठ, शदाणी दरबार, रतनपुर हनुमान मंदिर व दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर के संतों समेत छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के 64 संत व 137 श्रद्धालु ऐेतिहासिक क्षण के गवाह बनेंगे। इसमें शामिल होने के लिए प्रदेश से श्रद्धालुओं का 18 जनवरी से अयोध्या जाना शुरू हो जाएगा।
जानकारी के अनुसार यहां के श्रद्धालुओं को परिचय पत्र दिए जाएंगे। विहिप के अनुसार राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में कारसेवा में बलिदान देने वाले परिवार के सदस्यों, साधू-संतों, राम जन्मभूमि निधि-समर्पण अभियान में समाज की ओर से विशेष सहयोग देने वाले व्यक्तियों, अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों-कलाकारों और पद्म सम्मान पाने वाले लोगों को निमंत्रण दिया है।
शदाणी दरबार के पीठाधीश्वर डॉ. युधिष्ठिर लाल, रायपुर से दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास, लक्ष्मीनारायण मंदिर के महंत वेदप्रकाशाचार्य, श्री सद्गुरु कबीर आश्रम के स्वामी सर्वोत्तम दास महाराज, दक्षिण कौशल पीठ के राजीव लोचन महाराज, विरंची नारायण मंदिर के महंत देवदास महाराज, डीडीयू नगर की सौम्या जंघेल, मांढर के नरेंद्र कुमार शर्मा और सिलियारी के सुरेश कुमार अग्रवाल शामिल हैं। इनके अलावा राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल व उनकी पत्नी अनीता अग्रवाल और समाजसेवी बसंत अग्रवाल को भी न्यास ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का न्योता दिया है।
जैन आचार्य विद्यासागर महाराज को भी निमंत्रण
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में डोंगरगढ़ से जैन आचार्य विद्यासागर महाराज जाएंगे। न्यास ने बिलासपुर में सिद्धिविनायक मंदिर, हनुमान मंदिर, परम शांतिधाम, सद्गुरु कबीर आश्रम व पीतांबरा पीठ समेत 10 संतों को आमंत्रण दिया गया है। इनके अलावा रायगढ़ में श्रीरामजानकी मंदिर व भीखमपुरा गौ-सेवा आश्रम समेत 6, राजनांदगांव व दंतेवाड़ा से 4-4, जांजगीर, चांपा, बलौदाबाजार व कबीरधाम से 3-3, बालोद बलरामपुर, कोरबा, गरियाबंद, मुंगेली, सरगुजा से 2-2 जबकि बस्तर, कोंडागांव, महासमुंद, बीजापुर, जशपुर, सारंगढ़ और सक्ती के 1-1 संत अयोध्या जाएंगे।