BALRAMPUR. बलरामपुर जिले के रघुनाथ नगर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल यहां पर मानवता भी शर्मसार हो गई है। हालांकि मीडिया में मामला सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक ने दोषी एएसआई को निलंबित जरूर कर दिया है लेकिन अगर पूरा मामला आप जानेंगे तो आप भी हैरान हो जाएंगे।
दरअसल, दो माह पहले एक नवजात बच्ची की जिसकी उम्र लगभग एक माह थी। उसकी मौत वाड्रफनगर के सीएचसी में हो गई थी। प्रथम दृष्टया डॉक्टर ने बच्ची की मौत हार्ट अटैक से होना बताया था। इधर परिजनों ने उसका पीएम कराया और उसकी डेड बॉडी का अंतिम संस्कार कर दिया। लगभग दो माह बाद जब पीएम रिपोर्ट सामने आयी तो उसमें यह उल्लेख था कि ज्यादा दूध पीने से बच्ची की मौत हुई थी।
बस क्या था एक नगर सैनिक और एक एएसआई ने मृत बच्ची के पिता को डराकर लूटना शुरू कर दिया और उससे एफआईआर दर्ज हो जाएगा कहकर 20 हजार रुपए की डिमांड कर दी। पीड़ित के पास पैसे नहीं थे उसके पिता ने किसी तरह 9 हजार रुपये पहली किस्त के तौर पर दरोगा साहब को दे दिया।
मीडिया में जब यह बात सामने आई तो विभाग में हड़कम्प मच गया। आरोपी दरोगा साहब जाबलून कुजूर ने आज पीड़ित के पिता को बुलाकर पैसे लौटा दिए और इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। वहीं मीडिया से बात करते हुए दरोगा साहब कहते हैं कि मर्ग में पैसा नहीं लिया जाता है।
इस पूरे मामले में वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस की चारों ओर किरकिरी हो रही है और अब एसपी डॉ लाल उमेद सिंह ने एएसआई जाबलून कुजूर को निलंबित कर दिया है। दरोगा साहब निलंबित तो हो गए लेकिन क्या ऐसे मामलों में निलंबन इनके लिए पर्याप्त कार्रवाई है जिसमे पीड़ित के यहां किसी की मौत भी हो जाती है और पुलिसकर्मी डराकर उसी से पैसे ऐंठ लेते हैं। सवाल यह जरूर उठ रहा है।