RAIPUR. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे। गृह मंत्री शाह यहां छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रबोधन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान विधायकों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, मुझे बोलने के लिए सबसे कठिन विषय दिया गया है। विधायकों को प्रभावी काम कैसे करना है यह बताना कठिन है।
अमित शाह ने कहा कि देश के सभी सदनों के अंदर काम करने का मुझे मौका मिला है। बूथ से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक सभी पदों पर भी मैंने काम किया है। गृह मंत्री शाह ने आगे कहा कि, जीवन के अंतिम क्षण तक सीखते रहना ही सफलता का मूल मंत्र है। आजादी के बाद लोग इस बात को लेकर आशंकित थे कि भारत में लोकतंत्र कैसे चलेगा। हमारे यहां तीन स्तरीय लोकतंत्र है, विधायक का रोल बड़ा महत्वपूर्ण होता है। संपूर्ण विधायक होने के लिए सभी तरह के अनुभव और ज्ञान होने चाहिए। गृह मंत्री शाह ने कहा कि, सभी विधायकों को बहुत अनुभवी लोगों ने संबोधित किया है। राजधर्म, राजनीतिक क्षेत्र में चुने हुए प्रतिनिधि का रोल बहुत महत्वपूर्ण होता है।
प्रभावी विधायक बनने तीन दायित्वों को समझना जरूरी
प्रभावी विधायक बनना है तो तीन दायित्वों को समझना होगा। क्षेत्र का दायित्व, सदन का दायित्वों, कार्यों के दायित्वों को बखूबी निभाना पड़ता है। कई लोग अपने क्षेत्र में बहुत प्रभावी होते हैं मगर सदन में उनकी उपस्थिति बेहद सामान्य होती है। सम्पूर्ण विधायक बनने के लिए तीनों क्षेत्र में अपना योगदान देना पड़ता है। हम प्रेसिडेंटल व्यवस्था के नहीं बल्कि किसी ना किसी पार्टी के विचारधारा से जुड़े होते हैं। पार्टी की रीति नीति को भी साथ में लेकर चलना पड़ता है। सांसदों को बहुपक्षीय प्रणाली की जिम्मेदारी होती है। जनप्रतिनिधि के भीतर संवेदना होना चाहिए, संवैधानिक दायित्व निभाने के लिए जगरूक भी रहना चाहिए। उत्सुकता भी सभी में होना चाहिए, और तीनों क्षेत्र में प्रसन्नता से कार्य करना चाहिए।