RAIPUR. छत्तीसगढ़ में शानदार तरीके से चुनाव जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी की अब सबसे बड़ी चुनौती मुख्यमंत्री के चयन और मंत्रिमंडल के गठन को लेकर है। इसको लेकर राष्ट्रीय और प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के बीच मंथन का दौरा चल रहा है । इस बीच, एक बात तो तय है कि प्रोटेम स्पीकर वरिष्ठता भारतीय जनता पार्टी के आठ बार के विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल हो सकते हैं। बृजमोहन के लिए रमन सिंह ने कहा है कि वे सबसे अनुभवी विधायक हैं। इसलिए वही प्रोटेम स्पीकर बन सकते हैं। वही प्रदेश में सीएम फेस को लेकर कयासों का दौर जारी है।
बता दें कि भाजपा के 8 पूर्व मंत्री और धाकड़ नेता बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, अमर अग्रवाल , राजेश मूणत, केदार कश्यप, लता उसेंडी, पुन्नू लाल मोहिले और विक्रम उसेंडी अच्छी लीड से जीतकर आए हैं। इसी तरह तीन सांसद अरुण साव, रेणुका सिंह और गोमती साय भी विधायक चुने गए हैं। इसी क्रम में एक पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णु देवसाय और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक जीते हैं। कैबिनेट में मंत्री के लिए इन सभी की दावेदारी है। इसके अलावा ओपी चौधरी, विजय शर्मा जैसे 28 नए चेहरे भी जीते हैं । इसमें से 12 मंत्री का चयन करना बड़ी चुनौती है। ऐसी चर्चा है कि मंत्री मंडल के चयन में जातिवाद, क्षेत्रीयता और अनुभव का ध्यान रखा जाएगा। ऐसे में कई पूर्व मंत्री भी मंत्री मंडल की दौर से बाहर हो सकते हैं ।
वहीं, बीते दिनों संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद आज तीन राज्यों में सीएम फेस को लेकर बड़ी खबर आ गई है। दिल्ली से इस वक्त की बड़ी खबर यह है कि भाजपा जिन तीन राज्यों में विजय हासिल की है उनमें नए चेहरों को मौका मिलेगा। कहा जा रहा है कि भाजपा ने यह तय किया है कि तीनों राज्यों में नए चेहरों को प्रदेश की कमान सौंपी जा सकती है। इन तीन राज्यों के नाम छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान है। जहां भाजपा ने जीत हासिल की है। ऐसे में तय है कि छत्तीसगढ़ में रमन सिंह सीएम नहीं होंगे। पार्टी किसी नए चेहरे को सामने ला सकती है।