NARAYANPUR. छत्तीसगढ़ में नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण से पहले माओवादियों ने खूनी वारदात को अंजाम दिया है। नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में एक जवान शहीद हो गया, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल है। घायल जवान को अस्पताल भिजवाया गया है।
घटना नारायणपुर जिले के छोटेडोंगर इलाके की बताई जा रही है। IED ब्लास्ट के बाद इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी गई है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण से पहले इस तरह की घटना ने पुलिस प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
नारायणपुर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक CAF 9वीं बटालियन के कॉस्टेबल कमलेश साहू IED ब्लास्ट में शहीद हुआ है, जबकि आरक्षक विनय कुमार साहू घायल हुए हैं। घायल जवान को अस्पताल भेजा गया है। मिली जानकारी के मुताबिक आमदई खदान से लगे इलाके में नक्सलियों ने विस्फोट किया था, जिसकी चपेट में सर्चिंग पर निकले जवान आ गए। शहीद जवान कमलेश साहू सीएएफ 9वीं बीएन बटालियन में कांस्टेबल के पद पर पदस्थ थे। वहीं विनय कुमार साहू घायल है।
बता दें कि, बस्तर संभाग के नारायणपुर जिलेमें स्थित आमदई माइंस को लेकर नक्सली लगातार वारदात करते आ रहे हैं। अबकी बार माइंस की सुरक्षा में लगे जवानों को नक्सलियों ने निशाना बनाया है। आईईडी ब्लास्ट में एक जवान शहीद और एक जवान घायल हो गया। माइंस में जगह जगह आईईडी लगाने की चेतावनी नक्सलियों ने दे रखी है। इससे पहले आईडी ब्लास्ट में दो मजदूरों की मौत हुई थी। वहीं एक भाजपा नेता कोमल मांझी को खदान मालिक का एजेंट बताकर नक्सलियों ने टंगिए से काट डाला था।
आईईडी ब्लास्ट का ताजा मामला छोटे डोंगर थाना क्षेत्र का है। शहीद हुए जवान का नाम कमलेश साहू है। वह जांजगीर चांपा के ग्राम हसौद का रहने वाला था। कमलेश साहू ही सीएएफ का जवान था। घायल जवान का विनय कुमार है और वह बालोद का निवासी है। कमलेश साहू और विनय कुमार पेट्रोलिंग पर अन्य जवानों के साथ निकले थे। इसी दौरान नक्सलियों द्वारा पहले से प्लांटेड आईईडी की चपेट में कमलेश और विनय आ गए। कमलेश आगे था, लिहाजा वह पूरी तरह विस्फोट की जद में आ गया। वहीं विनय बुरी तरह घायल हुआ है। कुछ दिनों पहले ही नक्सलियों ने छोटेडोंगर थाना क्षेत्र के मुंडा टिकरा गांव निवासी भाजपा नेता कोमल मांझी को उस समय टांगिए से काट डाला था, जब वह मंदिर में पूजा कर रहा था। इस घटना से पहले नक्सलियों ने आमदई माइंस में आईईडी विस्फोट कर दो मजदूरों की जान ले ली थी।