RAIPUR. छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत और वर्तमान अध्यक्ष अरुण साव के उप मुख्यमंत्री बनने के बाद राष्ट्रीय नेतृत्व ने प्रदेश संगठन में बदलाव कर दिया है। जगदलपुर के विधायक किरणदेव सिंह को छत्तीसगढ़ भाजपा का नया अध्यक्ष बनाया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने यह आदेश जारी किया है।
बता दें कि किरणदेव अभी जगदलपुर विधानसभा सीट से विधायक बने हैं। वह अभी तक प्रदेश भाजपा में महामंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। अरुण साव के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा गया और उसमें अच्छी जीत मिली। अरुण साव के डिप्टी सीएम बनने के बाद कयास लगाये जा रहे थे कि दुर्ग सांसद विजय बघेल को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलेगी, लेकिन पार्टी ने किरणदेव पर भरोसा जताया है।
गुरुवार को नई दिल्ली के भाजपा मुख्यालय से किरणदेव सिंह को छत्तीसगढ़ भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त करने का आदेश जारी किया गया है। किरणदेव जगदलपुर की सामान्य सीट से चुनाव जीते हैं। किरणदेव जगदलपुर नगर निगम के पूर्व महापौर भी रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव में उन्होंने जगदलपुर के पूर्व महौपार जतिन जायसवाल को 30 हजार वोटों से हराया है।
जानें, कौन हैं किरण देव सिंह
किरण देव वर्तमान में जगदलपुर विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक हैं। बीते चुनाव में ही उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी जतिन जायसवाल को 29834 वोट से चुनाव हराया हैं। 61 वर्षीय किरण सिंह देव रियासत कालीन जमींदार परिवार से ताल्लुकात रखते हैं। वे जगदलपुर नगर निगम में महापौर भी रह चुके हैं। पेशे से अधिवक्ता किरण सिंह देव ने भारतीय जनता युवा मोर्चा से अपने राजनीति की शुरूआत की है। वे भाजयुमो के जिला अध्यक्ष रहने के अलावा भाजपा पार्टी के जिला अध्यक्ष, प्रदेश मंत्री, प्रदेश महामंत्री भी रह चुके हैं। वर्तमान में चुनाव लड़ने से पहले बिलासपुर संभाग के भाजपा के प्रभारी के तौर पर दायित्व संभाल रहे थे।
पहली बार बने हैं विधायक
भाजपा की टिकट पर बस्तर की जगदलपुर विधानसभा से किरण सिंह देव ने जीत हासिल की है। वे पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। यहां उन्होंने कांग्रेस के जतिन जायसवाल को 29834 वोटों से चुनाव हराया है। जगदलपुर बस्तर संभाग की एकमात्र ऐसी सीट है जो अनारक्षित है। यहां से भाजपा ने संतोष बाफना की जगह किरण सिंह देव को टिकट दिया है। किरण सिंह देव जगदलपुर नगर निगम के महापौर रह चुके हैं। संतोष बाफना दो बार विधायक थे, पर 2018 के चुनाव में कांग्रेस के रेखचंद जैन ने बीजेपी के प्रत्याशी संतोष बाफना को हराया था।