RAIPUR.छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने है। जिसमें जनता ने भाजपा को एक बार फिर से प्रदेश की कमान सौंपी है। प्रदेश में भाजपा व कांग्रेस पार्टी ही खास है। लेकिन इनके बीच दिल्ली से आप व बहुजन समाज पार्टी ने भी अपने प्रत्याशी उतारे थे। जिसके लिए अरविंद केजरीवाल ने कई सभाएं ली थी। लेकिन उनके प्रत्याशियों में केवल एक ने 15 हजार से अधिक का आंकड़ा भी पार किया। माया वती का भी जादू फुस्स हो गया।
बता दें, छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव 2023 में अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश में कई सभाएं आयोजित कर वादे भी किए थे। लेकिन प्रदेशवासियों को आप रास नहीं आया। जो चुनाव के परिणाम में देखने को मिला है। आप पार्टी के प्रत्याशियों में से सिर्फ एक 15 हजार का आकड़ा छुआ बाकी तो 5 हजार तक भी नहीं पहुंच पांए। इससे यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रदेश में आप को जनता ने नकार दिया।
तीसरा मोर्चा के तौर पर सभाएं की
प्रदेश में तीसरा मोर्चा के तौर पर आप उतरी थी जिसके लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कई सभाएं की। जिसमें बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर, रायपुर में खास तौर पर सभाएं की। हजारों की संख्या में भीड़ जुटाने का प्रयास किया गया था लेकिन परिणाम के बाद सब साफ हो गया। वहीं मायावती ने बिलासपुर के साइंस कालेज मैदान में अपनी पार्टी को सपोर्ट करने जनता से अपील की थी लेकिन वो भी वोट बटोरने में नाकाम रही। सिर्फ मस्तूरी में 15583 वोट एक प्रत्याशी ने हासिल किया लेकिन तब भी जीत नहीं सके। वहीं भानुप्रतापु में आप के प्रत्याशी ने 15225 मत हासिल किया।