RAIPUR. विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद आज रायपुर के राजीव भवन में कांग्रेस की एक अहम बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में प्रदेश कार्यसमिति के तमाम सदस्यों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व और वर्तमान विधायकों को बुलाया गया था। बताया गया कि अन्य एजेंडे के साथ साथ पार्टी की बुरी तरह हार की समीक्षा भी होगी, लेकिन बैठक के दौरान इस मुद्दे को टाल दिया गया।
हालांकि बैठक में मौजूद कुछ नेताओं ने हार के कारणों की समीक्षा करने का मुद्दा भी उठाया। लेकिन शीर्ष नेताओं ने उसे आगे के लिए टाल दिया। इस बैठक में पूर्व सीएम भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के अलावा पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, शिव डहरिया जैसे कई बड़े नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक में पिछली हाल को भूलकर आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभी को तैयार रहने का आह्वान किया गया।
इसके साथ ही यह तय किया गया कि 28 दिसंबर को स्थापना वर्ष के दिन सभी कार्यालय में पार्टी का झंडा फहराया जाएगा। डोनेट फॉर देश के तहत प्रदेशभर में अभियान चलेगा और क्राउंड फंडिंग के जरिए रकम इकट्ठा की जाएगी। 28 दिसंबर को नागपुर में विशाल रैली निकलेगी, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ से भी कांग्रेस के कार्यकर्ता जाएंगे।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा और पूर्व प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि, ये वही नेता हैं जिन्होंने हार के बाद समीक्षा करने के लिए शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिखा था। इन्हें कारण बताओ नोटिस भी दिया गया था। इन्होंने कहा कि बैठक में हार की समीक्षा का मुद्दा उठाया गया था, लेकिन उसे आगे टाल दिया गया।