BILASPUR.दोमुहानी गांव के प्राथमिक शाला में उबलती खीर से घायल बच्चे के मामले को हाईकोर्ट ने संज्ञान में लिया है। समाचार के माध्यम से जानकारी मिलने पर हाईकोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जिला अधिकारी को लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए है।
बता दें, 16 दिसंबर को दोमुहानी गांव के प्राथमिक शाला में कक्षा तीसरी का धीरज कुमार मध्यान्ह भोजन के दौरान घायल हो गया था। जिसको शिक्षकों ने आनन-फानन में उपचार के बजाए सीधे घर भेज दिया था। इस मामले की लगातार खबरे सामने आने से दोषियों पर कार्रवाई की मांग पहले से ही की जा रही थी। अब हाईकोर्ट ने इस मामले को संज्ञान में लिया है। उन्होंने जिला अधिकारी से मामले की जानकारी देते हुए डीईओ से मामले में दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई करने कहा है।
शिक्षा अधिकारी को भी नहीं दी थी जानकारी
इस मामले की जानकारी शिक्षा अधिकारी को भी तीन दिन के बाद हुई। घटना होने के बाद प्राथमिक शाला के प्रधानपाठक ने किसी को भी जानकारी नहीं दी थी। जिला शिक्षा अधिकारी को भी इस विषय में कुछ नहीं बताया था। उन्हें भी समाचारों के माध्यम से ही पता चला था। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी डीईओ को जानकारी नहीं देना बहुत बड़ी लापरवाही है। डीईओ ने बाद में मामले की जांच करने के निर्देश दिए।
हाथ में डाल दिया ठंडा पानी
घटना में गंभीर रूप से बच्चे का हाथ जल गया था। जब बच्चा जला तब स्कूल के शिक्षकों ने उपचार के बजाए ठंडा पानी हाथ में डाल दिया। जिससे बच्चा कराह कर रोने लगा। ठंडा पानी हाथ में पड़ने से हाथ में छाले पड़ गए और दर्द भी बढ़ गया। इस तरह से बच्चे के जान को खतरे में डाल दिया।
बच्चे के परिजन भी नहीं थे घर पर
जब यह घटना हुई तब बच्चा स्कूल में था और हादसे के बाद उसे शिक्षकों ने उसके घर भेज दिया था। जब हादसा हुआ तब बच्चे के परिजन मजदूरी करने के लिए गए हुए थे। बच्चे के विषय में उन्हें बताया गया तब वे पहुंचे और स्कूल प्रबंधन से बच्चे के इलाज का खर्च वहन करने के लिए भी कहा।