MANENDRAGARH-CHIRMIRI. छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद पुलिस प्रशासन भी एक्शन मोड पर है। मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में रेलवे पुलिस ने पूर्व विधायक विनय जायसवाल, उनकी पत्नी और चिरमिरी नगर निगम की महापौर कंचन जायसवाल को रेलवे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रेलवे एक्ट के तहत दोनों पर कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब पूर्व विधायक को कांग्रेस पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। इधर पूर्व विधायक ने इसे डबल इंजन सरकार द्वारा बदले की कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता की खातिर हमारा यह संघर्ष जारी रहेगा।
बता दें कि पूर्व विधायक विनय जायसवाल और उनकी पत्नी कंचन जायसवाल सहित 16 कांग्रेसियों पर रेलवे एक्ट के उल्लंघन का आरोप है। अक्टूबर 2021 में कोरोनाकाल के दौरान रेलवे ने कई ट्रेनों को बंद कर दिया था। रेल सुविधा शुरू करने की मांग को लेकर विनय जायसवाल, कंचन जायसवाल, गायत्री बिरहा सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने रेल रोको आंदोलन किया था। इस केस में 16 लोगों पर केस दर्ज किया था।
रेलवे पुलिस ने बुधवार को दोनों नेताओं की गिरफ्तारी की और उसके बाद मुचलके पर दोनों को रिहा कर दिया गया। विनय जायसवाल और उनकी पत्नी को दो दिन पहले ही समन भेजा गया था। दोनों नेताओं ने गिरफ्तारी दी और फिर इनकी रिहाई हुई। इधर पूर्व विधायक विनय जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार प्रदेश में रहते किसी को समन जारी नहीं हुआ था, लेकिन सरकार बदलते ही समन जारी हुआ है। डबल इंजन की सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। जनसुविधाओं को लेकर किये गए आंदोलन में गिरफ्तारी की जा रही है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।
बता दें कि पूर्व विधायक विनय जायसवाल का विधानसभा चुनाव-2023 में कांग्रेस पार्टी ने टिकट काट दिया। चुनाव में कांग्रेस की करारी हार और टिकट काटे जाने से नाराज पूर्व विधायक ने पार्टी के एक नेता पर गंभीर आरोप लगाया था। कांग्रेस ने इसे अनुशासनहीनता बताते हुए उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। विनय जायसवाल कुछ दिन पहले पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह के साथ प्रदेश के नेताओं की शिकायत करने दिल्ली गए थे।