SUKMA. सुकमा जिले में कार्यवाही न करने के बदले डेढ़ लाख रुपये की माँग करना फ़ूड इंस्पेक्टर हरिशंकर साहू व तहसीलदार अजय मराठी को भारी पड़ गया है। दरअसल दोरनापाल खाद्य निरीक्षक का ऑडियो तेज़ी से वायरल होते हुए सुकमा कलेक्टर हरिस एस. तक पहुँच गया। जिसके बाद कलेक्टर ने खाद्य निरीक्षक व नायब तहसीलदार को तत्काल हटा कर जिला मुख्यालय में अटैच कर दिया और मामले की जाँच कोंटा एसडीएम श्रीकांत कोर्राम को सौंप दी है।
दरअसल, मामला सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित चिंतलानर का है। जहां जाँच में पहुँचे दोरनापाल के खाद्य निरीक्षक व नायब तहसीलदार द्वारा चिंतलानर के व्यापारी चिरौंजी जयसवाल के घर धान पकड़ा। फिर बिना किसी कार्यवाही अलग अलग माध्यम से पैसों की माँग दोनों अधिकारियों द्वारा करने की शिकायत चिंतलनार के व्यापारी चिरौंजी जयसवाल के पुत्र राकेश जयसवाल ने की है। व्यापारी के पुत्र ने बताया बीते 12 दिसम्बर की सुबह फ़ूड इंस्पेक्टर हरिशंकर साहू व दोरनापाल के नायब तहसीलदार अजय मरावी चिंतलनार पहुँचे थे। जहां व्यापारी चिरौंजी जयसवाल के घर धान मिलने पर दोनों ने उनसे एक पेपर में हस्ताक्षर लिया और वहाँ से चले गए।
इसके बाद अलग अलग माध्यमों से व्यापारी के पुत्र से डेढ़ लाख रुपये कार्यवाही नहीं करने के नाम पर अधिकारियों द्वारा माँगे जाने का आरोप लगाया। फ़ूड इंस्पेक्टर व नायब तहसीलदार पर आरोप लगाते हुए व्यापारी के पुत्र राकेश जयसवाल ने एक ऑडियो भी दिया है। इसमें 7999532118 नम्बर से व्यापारी के पुत्र के फ़ोन पर वाट्सएप कॉल पर बात हो रही है। जिसमें उक्त नम्बर फ़ूड इंस्पेक्टर हरिशंकर साहू का होना बताया जा रहा है।
ऑडियो में जिसे फ़ूड इंस्पेक्टर कहा जा रहा है, वह व्यापारी के पुत्र को दोरनापाल आने को कह रहा है जिसपर व्यापारी के पुत्र ने तबीयत ख़राब होने की स्थिति बताकर आने से मना कर दिया। उक्त व्यक्ति जिसे फ़ूड इंस्पेक्टर बताया गया है, ऑडियो में उससे व्यापारी के पुत्र ने सवाल पूछा कि जहां गोदाम में आप गए थे वहाँ चांवल नहीं था सिर्फ़ धान था।
इस पर फ़ूड इंस्पेक्टर बताए गए व्यक्ति ने कहा कौन कह रहा है। जिसपर व्यापारी ने कहा पापा ने बताया है और आप चांवल बता कर उतनी रक़म कहां से दे पाएँगे। आप बताइये धान पाया गया कोई डेढ़ लाख रूपये देगा। जिसपर फ़ूड इंस्पेक्टर बताए जा रहे व्यक्ति ने कहा राकेश जो तुम समझ रहे हो वो ग़लत है। जिसपर व्यापारी पुत्र ने कहा क्या ग़लत है, आप तो माँग ही रहे हो पैसा दुसरे दुसरे के माध्यम से, नहीं तो केस बना दूँगा कह रहे हो।
तेजी से वायरल हो रहा ऑडियो
इस तरह दो व्यक्तियों के बीच बातचीत का ऑडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। वहीं इससे पहले ही कलेक्टर हरिस एस. ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों ही अधिकारियों को दोरनापाल से हटा दिया। उन्हे जिला मुख्यालय अटैच करते हुए कोन्टा एसडीएम श्रीकांत कोर्राम को मामले की जाँच का ज़िम्मा सौंपा है।