JAGDALPUR. बस्तर में एक बार नक्सली शहीदी सप्ताह मनाने का ऐलान कर चुके हैं। नक्सली संगठन के 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक अपने PLGA शहीदी सप्ताह के दौरान पूरे बस्तर संभाग में बंद का आह्वान किया है। बंद को सफल बनाने के लिए नक्सल प्रभावित इलाक़ों में उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। इस दहशत के चलते रेलवे प्रशासन ने भी ट्रेनों का शेड्यूल बदल दिया है। रेलवे के अनुसार 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक सभी पैसेंजर ट्रेनों का संचालन दंतेवाड़ा तक ही करने का फैसला लिया है। अगले 8 दिनों तक अब पैसेंजर ट्रेन किरंदुल तक नहीं चलेंगी।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि 12 विधानसभा सीटों में हाल ही में संपन्न हुए चुनाव के दौरान सुरक्षा बलों की मौजूदगी और सक्रियता के चलते नक्सली शांत थे, अब जब चुनाव आयोग से मिली अतिरिक्त फोर्स लौट चुकी है। नक्सली एक बार फिर अपनी सक्रियता दिखाने शुरू कर दी है। बता दें कि बीते सोमवार को ही नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले में एक निजी कंपनी के 14 वाहनों को आग के हवाले कर दिया था, तो वहीं नारायणपुर जिले के अंदरूनी इलाके में जगह-जगह पेड़ काटकर मार्ग को अवरुद्ध कर दिया है। इसके अलावा बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर में जगह-जगह नक्सली पर्चे फेंककर बंद को सफल बनाने का आम जनता से आह्वान किया है। हालांकि पुलिस और फोर्स ने नक्सलियों के उत्पात को देखते हुए अंदरूनी इलाकों में एंटी नक्सल ऑपरेशन तेज कर दिया है।
नक्सली हर साल मनाते हैं शहीदी सप्ताह
दरअसल, नक्सली मारे गए साथियों की याद में हर साल 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक शहीदी सप्ताह मनाते हैं। इस साल भी नक्सलियों ने अपने बंद को सफल बनाने के लिए बस्तर के नक्सल प्रभावित इलाकों में बड़ी संख्या में बैनर टांगकर और सड़कों में पर्चे फेंक कर बंद को सफल बनाने का आम जनता से एलान किया है। इससे पहले आमदई लौह अयस्क खदान के विरोध में नक्सलियों ने आईईडी प्लांट किया था, जिसकी चपेट में आकर कुछ दिन पहले ही दो ग्रामीणों की जान चली गई थी. वहीं एक ग्रामीण बुरी तरह से घायल हो गया था।