RAIPUR. छत्तीसगढ़ में चुनाव के ठीक पहले चेहरे को लेकर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने जहां भाजपा की घोषणाओं को लेकर केंद्र सरकार से सवाल पूछा। वहीं प्रदेश में भाजपा का चेहरा नहीं होने को लेकर भी तीखा हमला बोला। आखिर चुनाव के ऐन पहले चेहरे को लेकर क्यों बवाल मचा है। यह समझने का विषय है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और नेता प्रतिपक्ष के साथ ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, सरोज पांडेय और लता उसेंडी के चेहरे को भी पोस्टर में स्थान दिया है। इसी तरह कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, स्पीकर डॉ. चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को पोस्टर में स्थान दिया है, लेकिन छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने एक बार फिर चेहरे को लेकर बहस छेड़ दी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने यहां मोदी की गारंटी नाम से घोषणापत्र जारी किया है, मोदी के चेहरे को आगे रखकर चुनाव लड़ रही है, क्या मोदीजी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनेंगे।
उन्होंने भाजपा की घोषणाओं पर भी नए अंदाज में तंज कसा। राजीव शुक्ला ने कहा कि भाजपा पूरे देश में धान की एमएसपी क्यों 3100 रुपए नहीं कर देत, अगर ऐसा करें तो न्याय योजना के साथ छत्तीसगढ़ के किसानों को 3800 रुपए मिलेगी। इसी तरह पूरे देश में पांच सौ रुपए में सिलेंडर मिलना चाहिए, अगर ऐसा हुआ तो प्रदेश में कांग्रेस की सब्सिडी के साथ महिलाओं को फ्री में सिलेंडर मिलने लगेगा। राजीव शुक्ला ने यह भी पूछा कि क्या इन घोषणाओं को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ में भाजपा के पास कोई चेहरा नहीं है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा तो सामूहिक नेतृत्व के साथ चुनाव तो लड़ ही रही है, लेकिन कांग्रेस भी भले सीएम भूपेश बघेल के चेहरे को आगे किए हुए है लेकिन सामूहिक नेतृत्व में ही चुनाव अभियान को आगे बढ़ा रही है, ऐसे में दोनों ही दलों के चेहरों को लेकर सवाल अब भी बना हुआ है, जनता भले पार्टियों के पक्ष या विपक्ष में अपना जनादेश देगी, लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा तो पार्टियां ही तय करेंगी।