AMBIKAPUR. सरगुज़ा में सीजीएमएससी की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, यहां पुराने और जर्जर हो चुके भवनों को रिपेयरिंग कर स्वास्थ्य सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है। पहले भी पुराने और जर्जर हो चुके बिल्डिंग को रिपेयरिंग कर हमर लैब का निर्माण किया गया है और दोबारा फिर से नगपुरिया वार्ड का रिपेयरिंग कर कोविड मरीजों के लिए 10 बैड के आइसोलेशन वार्ड का निर्माण कराया जा रहा था जो कि अचानक भर भरा कर गिर गई। गनीमत रही की रिपेयरिंग के काम कर रहे मजदूर उस दौरान खाना खाने चले गए थे।
जर्जर हो चुके नकीपुरिया वार्ड के भवन में आधा दर्जन से अधिक मजदूर काम में लगे थे, बताया जा रहा है कि 1971 में नकीपुरिया वार्ड की बिल्डिंग का निर्माण कराया गया था और रिपेयरिंग करके दोबारा 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड निर्माण सीजीएमएससी के द्वारा कराया जा रहा था। यहां देख सकते हैं कि पुराना और जर्जर हो चुका भवन किस प्रकार से भर भरा कर नीचे गिरा है। सीजीएमएससी की इस लापरवाही से भवन रिपेयरिंग के काम कर रहे मजदूरों की जान भी जा सकती थी, लेकिन गनीमत था कि भवन रिपेयरिंग के काम कर रहे हैं मजदूर भवन गिरने के दौरान खाना खाने गए हुए थे।जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
सवाल यह है कि यदि मजदूर भवन पर काम कर रहे होते और उसे दौरान जर्जर भवन गिरता तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था और भवन निर्माण के काम में लगे मजदूरों की मौत भी हो सकती थी। सीजीएमएससी के द्वारा पहले भी पुराने और जर्जर हो चुके भवन का रिपेयरिंग कर हमर लैब का निर्माण किया गया है और इस भवन के गिरने के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि आखिरकार रिपेयरिंग किया हुआ भवन कितना मजबूत होगा।
बरहाल स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बिल्डिंग को डिस्टमेंटल कर फिर से यहां नया भवन बनाने की कवायत की जा रही थी, लेकिन जिस प्रकार से मजदूरों के बयान निकलकर सामने आए हैं उसे साफ है कि सीजीएमएससी की एक बड़ी लापरवाही यह सामने आई है,वही जर्जर हो चुके भवन के गिरने के बाद भाजपा के जिला अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर ने स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठाए हैं।