RAIPUR. विधानसभा चुनाव से पहले ही भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में अंदरूनी कलह तेज हो गई है। दरअसल, पार्टी से टिकट नहीं मिलने से बीजेपी नेताओं के अलावा कांग्रेस विधायक भी खुलकर अपनी ही पार्टी के विरोध में आ गए हैं। इसके साथ ही अब कांग्रेस ने सख्ती शुरू कर दी है। अंतागढ़ से बागी बनकर चुनाव लड़ रहे कांग्रेस विधायक अनूप नाग को पार्टी ने बाहर कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देश के बाद कांग्रेस ने अनूप नाग को पार्टी विरोधी गतिविधि व अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए बाहर का रास्ता दिखा दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अनूप नाग को निष्कासन आदेश जारी कर दिया है। 6 वर्षों के लिए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
बता दें कि पार्टी ने इस बार अनूप नाग को अंतागढ़ से टिकट नहीं दिया है। उनकी जगह कांग्रेस ने रूप सिंह को प्रत्याशी बनाया है। लिहाजा अनूप नाग ने बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भिलाई निगम के पूर्व सभापति राजेन्द्र अरोरा ने आज कॉंग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को भेजे इस्तीफे में उन्होंने पार्टी द्वारा वरिष्ठों की उपेक्षा किया जाना कारण बताया है।
इन नेताओं ने भी पार्टी से किया बगावत
गौरतलब है कि टिकट नहीं मिलने से नाराज नेता अपना खेमा बदल रहे हैं। मस्तूरी विधानसभा से टिकट नहीं मिलने से नाराज बीजेपी की महिला नेता चांदनी भारद्वाज ने पार्टी छोड़कर जोगी कांग्रेस का दामन थाम लिया, जिसके बाद पार्टी ने टिकट देकर उनका मान रखा। वहीं दूसरी तरफ मुंगेली से जिला पंचायत सदस्य कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आईं. कांग्रेस से आईं महिला नेता ने टिकट की आस लगाई थी.लेकिन पार्टी बदलने पर भी उनकी आस पूरी नहीं हो सकी। वहीं, जेसीसीजे से लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन की, जिसके बाद बीजेपी ने धरमजीत सिंह को तखतपुर विधानसभा का उम्मीदवार बनाया। वहीं मुंगेली के कांग्रेस जिला अध्यक्ष सागर सिंह बैंस ने लोरमी सीट से टिकट मांगी थी, लेकिन टिकट नहीं मिलने से सागर सिंह बैस ने जेसीसीजे का दामन थामा। पार्टी ने भी देर ना करते हुए सागर सिंह को लोरमी से टिकट दे दिया।