RAIPUR. विधानसभा चुनाव का आगाज होने के बाद सियासी गलियारों में घमासान मचा हुआ है। सियासी घमासान के बीच सीएम भूपेश बघेल ने एक बार फिर किसानों पर बड़ा दांव खेला है। सीएम भूपेश बघेल ने फिर किसानों की कर्ज माफी करने का ऐलान किया है। उन्होंने सक्ती में आयोजित सभा और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर कहा है कि “कांग्रेस सरकार आते ही पूर्व की तरह इस बार भी हम किसानों का कर्ज माफी करेंगे”।
CM भूपेश बघेल की इस घोषणा से सियासी गलियारे में हलचल मच गई है। दरअसल पिछली बार भी कांग्रेस ने ऐसा ही दांव खेला था। और छत्तीसगढ़ में सत्ता की बागडोर अपने हाथ में ले ली थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में आकर आमसभा में ऐलान किया था कि कांग्रेस की सरकार आते ही 10 दिनों के अंदर छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।
राहुल गांधी की इस घोषणा के बाद जब छत्तीसगढ़ में चुनाव हुए तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आ गई। मुख्यमंत्री के रूप में भूपेश बघेल को चुना गया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी पहली ही मीटिंग में किसान कर्ज माफी का ऐलान कर दिया था। छत्तीसगढ़ के लोग शायद इस बात को अभी भूल नहीं होंगे। जाहिर है कि कांग्रेस ने इस घोषणा के साथ ही छत्तीसगढ़ में जीत का दांव खेल दिया है।
वर्तमान सरकार में सफल रही उन तमाम घोषणाओं को कांग्रेस फिर से आजमाना चाहती है, जिनकी दम पर उन्होंने छत्तीसगढ़ की सत्ता 15 साल बाद भाजपा से छीन ली थी। चाहे वह किसान कर्ज माफी का ऐलान हो या फिर ₹2500 में धान खरीदने की घोषणा। छत्तीसगढ़ की सियासत में किसान कर्ज माफी और धान बोनस यह दोनों ही मुद्दे काफी अहम स्थान रखते हैं। ऐसे में कांग्रेस इन मुद्दों को छोड़ना नहीं चाहती है।
इसके पहले भी कांग्रेस के मंत्री रविंद्र चौबे सरकार बनने के बाद 3000 रुपये से अधिक पर प्रति क्विंटल धान खरीदने की बात कह चुके हैं। खास बात यह है कि धान बोनस और किसान कर्ज माफी इन दोनों ही मुद्दों पर भाजपा को अभी तक कोई ठोस रणनीति तैयार करने में सफलता नहीं मिली है।