KESHKAL.जाति को लेकर एक और भाजपा प्रत्याशी की मुश्किल बढ़ सकती है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक पहुंच रही है वैसे वैसे राजनीतिक पार्टी द्वारा एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप सिलसिला जारी हैं। 20 अक्टूबर को नामांकन का अंतिम तारीख था, वहीं अब कांग्रेस प्रत्याशी संतराम नेताम के निर्वाचन अभिकर्ता सगीर अहमद कुरैशी ने भाजपा के प्रत्याशी नीलकंठ टेकाम के ऊपर गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि भाजपा प्रत्याशी ने जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए जो दस्तावेज दिया गया है वो विधि सम्मत नहीं है ।
उन्होंने कहा कि आदिवासी मामले में 1950 के पूर्व का दस्तावेज होना चाहिए, ये नहीं होने पर ग्राम सभा का प्रस्तुत दस्तावेज होना चाहिए था, लेकिन नीलकंठ टेकाम ने निर्वाचन आयोग में जमा किए दस्तावेज पर जाति से संबंधित किसी भी प्रकार का प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया गया है। इसीलिए आज कोंडागांव पहुंचकर निर्वाचन अधिकारी के पास आपत्ति दर्ज कराई है और हमे न्यायालय में जाने का सलाह दिया गया है। अब हम कांग्रेस के उच्च पदाधिकारी से साथ विचार करके अधिवक्ताओं के माध्यम से माननीय न्यायालय में जाति प्रमाण पत्र की सत्यता को लेकर जांच कराने हेतु आवेदन लगाएंगे।
उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण पत्र जो प्रस्तुत किया गया है उसमें विधि प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है क्योंकि आदिवासी हो या पिछड़ा वर्ग जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए काफी लम्बा चक्कर काटना पड़ता है, लेकिन नीलकंठ टेकाम का जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए आनन फानन बिना विधाई प्रक्रिया का पालन किए कैसे बना जिसकी जांच के लिए न्यायालय की शरण में जाएंगे। अब देखना होगा कि न्यायालय किस प्रकार से इस पर निर्णय सुनाती है।
बता दें कि बीजेपी के सीतापुर से प्रत्याशी रामकुमार टोप्पो के खिलाफ भी न्यायालय ने जाति की जांच करने के आदेश दिए हैं, यहां भी उनकी जाति को लेकर आपत्ति दर्ज कराई गई थी।