TIRANDAJ.COM. एंड्रॉइड यूजर्स के लिए जरुरी खबर है। सरकार ने एंड्रॉइड यूजर्स के लिए चेतावनी दे है। बता दें कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-in) ने एंड्रॉइड फोन यूजर्स के लिए एक हाई सिक्योरिटी रिस्क की चेतावनी दी है।
इसमें उन्होंने बताया है कि हैकर्स ऐसे अटैक प्लान कर रहे हैं जो यूजर्स का निजी डाटा चुरा सकता है और यूजर की डिवाइस का कंट्रोल भी हासिल कर सकता है। CERT-in की मानें तो इसका समाधान यह है कि प्ले स्टोर से डायरेक्टली ऐप्स को अपडेट किया जाए और डिववाइस को हमेशा अपडेट रखा जाए।
हैकर्स के इस अटैक का स्तर बहुत ज्यादा बताया जा रहा है। इसमें एंड्रॉइड 11, एंड्रॉइड 12 और एंड्रॉइड 13 पर चलने वाले स्मार्टफोन्स शामिल हैं। यह यूजर्स एंड्रॉइड 12L पर आधारित ओएस के साथ टैबलेट और फोल्डेबल का इस्तेमाल करते हैं।
इन पर भी प्रभाव पड़ सकता है। CERT-in की चेतावनी में लिखा है कि एंड्रॉइड में कई खामियां बताई गई हैं जो एक अटैकर को यूजर की डिवाइस को पूरी तरह से कंट्रोल करने की अनुमति देती है। यह डिवाइस की सभी सिक्योरिटी को तोड़कर डिवाइस को पूरी तरह से हैकर के कंट्रोल में दे देती है।
ऐसे बचें इस खतरे से
यूजर्स अपने फोन को सुरक्षित रखने के लिए सबसे पहले सॉफ्टवेयर को अपडेट रखना जरुरी है। इसके लिए सबसे पहले, आप चेक कर ले की आप के फोन के सभी ऐप्स लेटेस्ट वर्जन पर काम कर रहे हों। इसके अलावा यूजर्स यह भी चेक कर सकते हैं कि क्या कोई OS पेंडिंग तो नहीं है। इसके लिए सबसे पहले फोन की सेटिंग्स में जाना होगा और फिर एंड्रॉइड अपडेट को सर्च करें। इसके बाद आप चेक कर सकते हैं कि आपके फोन में अपडेट आया है या नहीं। इस बात का खास ध्यान रखें की आप किसी थर्ड पार्टी ऐप से या किसी लिंक के जरिए ऐप डाउनलोड ना करें। ऐसा करना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
CERT-In ने अगस्त 2023 में इसी तरह की चेतावनी जारी की थी। उस समय, एंड्रॉइड खामियों ने भारत में एंड्रॉइड 13 पर आधारित फोन्स को प्रभावित किया था। ये कमियां फ्रेमवर्क, एंड्रॉइड रनटाइम, सिस्टम कंपोनेंट, गूगल प्ले सिस्टम अपडेट, कर्नेल, आर्म कंपोनेंट्स, मीडियाटेक कंपोनेंट्स और क्वालकॉम क्लोज्ड-सोर्स कंपोनेंट्स में समस्याओं के कारण आई थीं।