RAIPUR. छत्तीसगढ़ विधनसभा में कुछ ही महीने बाकी है। ऐसे में राजनीतिक पार्टी अपनी जीत के लिए तमाम तरीके प्रयाश में लग हुई है। इस बीच छत्तीसगढ़ भाजपा के जिताऊ कैंडिडेट की रणनीति पर समाज का दबाव भारी पढ़ रहा है। चुनावी रणनीति के बीच साहू , सिंधी और सिख समाज ने भाजपा से अपने समाज के नेताओं को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कर रही है। साथ ही कहा है कि अगर उनके समाज के लोगों का वोट उसी पार्टी को मिलेगा। इस पर कांग्रेस का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी ने जातिगत राजनीति को बढ़ावा दिया है।
पिछले विधानसभा चुनाव की हार के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इस बार के विधानसभा चुनाव में अपनी रणनीति बदल दी है। इस बार भाजपा ने तय किया है कि जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन की बजाए केवल जीतने वाले कैंडिडेट को ही प्रत्याशी बनाया जाएगा।
वहीं भाजपा की पहली सूची में यह बात देखने को भी मिली है। लेकिन सिंधी समाज साहू समाज और सिख समाज ने पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर अपने समाज के लोगों को अधिक से अधिक टिकट देने की मांग की है। आगे कहा है कि अगर उनकी पार्टी उनके समाज के नेताओं को टिकट देती है तो ही प्रदेश में उनके समाज के लोग पार्टी को अपना समर्थन देंगे।
यहां से कर रहे टिकट की मांग
सिंधी और सिख समाज के लोगों ने रायपुर उत्तर से टिकट की मांग की है। वहीं साहू समाज के लोगों ने रायपुर ग्रामीण और पश्चिम से उनके समाज के नेताओं को प्रत्याशी बनाने का दबाव बनाया है। इसको लेकर सिंधी समाज का एक प्रतिनिधि मंडल पिछले दिनों भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा से भी मिला था।
वहीं रायपुर उत्तर से सिंधी समाज से भाजपा से पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी, मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, चेंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष अमर परवानी, शदानी दरबार के उदय शादानी और कांग्रेस से अजीत कुकरेजा प्रमुख दावेदार है। इसी तरह रायपुर ग्रामीण से भाजपा से मोतीलाल साहू, अमित साहू और ममता साहू मुख्य दावेदार हैं।
सिख समाज रायपुर से भाजपा के पूर्व पार्षद सुरेंद्र छाबड़ा और अमरजीत सिंह छाबड़ा दावेदार हैं । सिख समाज ने अपने बाहुल्य वाले इलाके तखतपुर और कोटा से भी समाज के लोगों को टिकट देने की मांग की है। इस पर भाजपा नेताओं का कहना है कि टिकट मांगने का अधिकार हर लोगों को है इसमें कोई बुराई नहीं है।
भाजपा में मंत्री लखमा ने कसा तंज
कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि BJP ने राम भगवान को भी एजेंट बना दिया है। BJP टिकट में भी जातिवाद की राजनीति करती है। जाति और धर्म को राजनीति में नहीं लाना चाहिए ।