RAIPUR. छत्तीसगढ़ में लगातार ED की टीम दबिश दे रही है। 23 अगस्त की सुबह एक बार फिर छत्तीसगढ़ के कई शहरों पर ED की टीम पहुंची और बड़े कारोबारियों के ठिकानों पर छापा मारा है। वहीं इस पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के पर ईडी की कार्यवाही आपत्तिजनक है। यह भारतीय जनता पार्टी की राजनैतिक हताशा का परिणाम है।
साथ ही कहा कि एक ओर जहां पूरा प्रदेश मुख्यमंत्री बघेल के जन्म दिवस का जश्न मना रहा है। तो वहीं भारतीय जनता पार्टी को भी इस बात की जानकारी है कि आज पूरे प्रदेश में सकारात्मक माहौल बनेगा। इससे घबराकर भाजपा की केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने के उद्देश्य से ईडी की छापेमारी करवाया है।
राजनैतिक हलचल होने पर ही क्यों होती है ईडी की कार्यवाही
वहीं सुशील आनंद शुक्ला ने प्रशन पूछते हुए कहा कि जब-जब प्रदेश में राजनैतिक गतिविधियां तेज होती है तभी ईडी की कार्यवाही क्यों होती है? ज्ञात हो की कांग्रेस के 85 वां अधिवेशन के समय कांग्रेस नेताओं के यहां ईडी की कार्यवाही की गई थी ताकि अधिवेशन को बाधित किया जा सके। यूपी, आसाम, हिमाचल और कर्नाटक चुनाव के समय भी ईडी की छापेमारी की गई थी। वहीं अमित शाह छत्तीसगढ़ आए उसके पहले तीनों बार ईडी की कार्यवाही हुई कोरबा, जगदलपुर, रायपुर तीनों जगह ही शाह के दौरे के पहले ईडी का आना मात्र संयोग है या साजिश?
ED भाजपा के चरणबद्ध तरीके से कर रही काम
वहीं आज 23 अगस्त को मुख्यमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर ईडी उनके राजनैतिक सलाहकार, ओएसडी के यहां पहुंची है। ईडी की छापेमारी और उसकी कार्यवाहियों की टाइमिंग बता रही कि वह भाजपा के राजनैतिक उद्देश्यों को पूरा करने पर चरणबद्ध तरीके से काम कर रही है। वह अपनी गतिविधियों से प्रदेश में एक सनसनी और सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का झूठा माहौल बनाने साजिश कर रही है।
कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने का रच रही षड़यंत्र
उन्होंने कहा कि भाजपा अपने सत्ता बल का दुरुपयोग कर केंद्रीय जांच एजेंसियों को भाजपा का मोर्चा बना दिया है। इसीलिए भाजपा की प्रमुख अनुषांगिक संगठन ईडी मोर्चा, आईटी मोर्चा ने अपना चुनावी काम शुरू कर दिया है। कांग्रेस की राजनैतिक गतिविधियां रोकने भाजपा ईडी के साथ साजिश कर रही है। भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता का राजनैतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रही है तो वह केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने का षड़यंत्र रच रही है।
उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री को ED को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के नान घोटाला जिसमें गरीबों के राशन में 36,000 करोड़ का घोटाला हुआ, 6000 करोड़ के चिटफंड घोटाला की जांच के लिए अनुरोध किया। वहीं केंद्र सरकार नान और चिटफंड घोटाला की जांच ईडी से करवाने का साहस क्यों नहीं दिखा रही? क्यों इस घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का नाम है इसलिये भाजपा नान और चिटफंड घोटाले की जांच में घबरा रही है।