RAIPUR. तीन साल पहले हुए चर्चित अपहरण का मामला एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल साढ़े तीन साल पहले एक उद्योगपति प्रवीण सोमानी का अपहरण हुआ था, इस मामले में कोर्ट ने 06 आरोपियों को फैसला सुनाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। सुनवाई के दौरान कोर्वट ने इस मामले को गंभीर बताया है।
जानकारी के मुताबिक राजधानी रायपुर के सिलतरा इलाके में 08 जनवरी 2020 को फैक्ट्री से निकलते ही उद्योगपति प्रवीण सोमानी का अपहरण बिहार के कुख्यात अपराधी पप्पू चौधरी द्वारा अपने गिरोह के साथ मिलकर किया गया था। बात दें पप्पू चौधरी अपने गिरोह के साथ अपहरण करने रायपुर पहुंचा था।
ये है प्रवीण सोमानी अपहरणकांड
बता दें, 08 जनवरी 2020 को गैंगबाजों ने आयकर अधिकारी बनकर प्रवीण को रोका और अपनी कार में बैठा लिया। फिर गैंगबाज उन्हें सिलतरा से परसुलीडीह ले आए, जहां उसकी कार को छोड़कर कवर्धा से एमपी होते हुए उत्तरप्रदेश ले गए। फिर 02 दिन बाद आरोपियों ने 10 करोड़ फिरौती की मांग रखी थी।
इस अपहरणकांड की जांच के लिए तत्कालीन SSP आरिफ शेख ने स्पेशल टीम का गठन किया। इसके बाद SSP आरिफ शेख खुद अपनी टीम के साथ यूपी गए, कई ठिकानों में छापेमारी की। इन सब के बाद सभी आरोपी प्रवीण को लखनऊ छोड़ भाग निकले थे। हालांकि पुलिस ने उद्योगपति प्रवीण सोमानी को सुरक्षित बचाने के बाद इस घटना में शामिल आरोपियों को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया, सबसे पहले दोंदेखुर्द के कारोबारी अनिल चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं पूछताछ के बाद ओडिशा से मुन्ना नाहक, शिशिर स्वाई और तूफान गौर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद गैंगस्टर पप्पू के करीबी डॉ. आफताब अहमद और एक अन्य को गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों को मिली उम्रकैद की सजा
इस पूरे मामले में न्यायाधीश लीलाधर एस यादव ने सबूत और गवाह के आधार पर गिरफ्तार 06 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने आरोपियों पर आर्थिक दंड की धाराएं भी लगाई है। बता दें कि अपहरण करने वाले गिरोह का सरगना पप्पू चौधरी समेत आधा दर्जन आरोपियों की अभी भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। हालांकि गैंग लीडर पप्पू गुजरात जेल में बंद है, जिसे लाने का प्रयास किया गया, लेकिन कोर्ट ने इसकी अनुमति नहीं दी।