RAIPUR. छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसके साथ ही दोनों दलों ने घोषणा-पत्र बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। इसके लिए बीजेपी ने चुनाव घोषणा-पत्र समिति बनाई है, जो जनता के बीच जाकर सुझाव ले रही है। बीजेपी प्रदेश चुनाव घोषणा पत्र समिति के सह संयोजक व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा है कि प्रदेशभर में घोषणा पत्र के लिए सुझाव संग्रह करने का काम तेजी से चल रहा है। अब तक लगभग 50 हजार सुझाव पार्टी को प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि मात्र 15 दिनों में 50 हजार के लगभग सुझाव मिलना बताता है कि आज जनता भाजपा से बड़ी उम्मीद लगा रखी है।
दरअसल, रायपुर संभाग के लिए सुझाव संकलन के लिए अभियान की शुरुआत करने अमर अग्रवाल राजधानी रायपुर पहुंचे और आज मीडिया से इस मुद्दे पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र सुझाव संग्रह अभियान को प्रदेश के मतदाता भाई-बहनों ने आशातीत सहयोग प्रदान किया है। मौके पर घोषणा पत्र समिति के सदस्य व प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी, रायपुर शहर जिला भाजपा अध्यक्ष जयंती पटेल आदि मौजूद रहे।
गौरतबल है कि प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के लिए घोषणा पत्र जनता को ठगने का दस्तावेज होता है। भाजपा हर चुनाव के पहले घोषणा पत्र बनाती है, जिसको संकल्प पत्र नाम देती है लेकिन कभी घोषणा पत्र के वादों को पूरा नहीं करती है। तीन बार 2003, 2008, 2013 के चुनाव में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में जो वादे किया था। तीन चुनावों में 31 वादे किए जिनमें 25 को पूरा नहीं किया। कांग्रेस और भाजपा में यही अंतर है। हमारे लिए घोषणा पत्र वादा निभाने का पवित्र दस्तावेज होता है, भाजपा के लिए यह एक चुनावी हथियार मात्र होता है।