BHILAI. सालों से चल रहे बीएसपी लीज विवाद को आखिरकार कांग्रेस ने सुलझा लिया है। वही दूसरी ओर भाजपाइयों का यह आरोप है कि यह पूर्ण रूप से फर्जी व झूठी रजिस्ट्री है।
भाजपाइयों ने यह सवाल उठाया है कि आवासों के लिए जो रजिस्ट्री करवाई जा रही है क्या उन दस्तावेजों के जरिये बैंक से लोन लिया जा सकता है?
आज भिलाई नगर निगम महापौर नीरज पाल ने लीज रजिस्ट्री पर उठ रहे इन तमाम सवालों के जवाब दे डाले। कही न कही लोग जिला प्रशासन की ओर से प्रक्रिया के इंतजार में थे।
महापौर नीरज पाल ने बताया कि, 19 जुलाई को कलेक्टर पुष्पेन्द्र मीणा द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि, लीज रेजिस्ट्री में बैंक लोन का भी प्रावधान है। विचार विमर्श करने के बाद रजिस्ट्री की प्रक्रिया को वैधानिक रूप से शुरू किया गया है। कलेक्टर ने इस पूरी प्रक्रिया को वैधानिक बताया है।
आज प्रेस वार्ता में महापौर नीरज पाल ने कहा कि अब लीजधारकों को किसी भी बात की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। रजिस्ट्री होने से लीजधारकों के पास एक वैधानिक दस्तावेज होगा। 4500 लीजधारकों को आगे आकर इसका लाभ अवश्य लेना चाहिए।
पिछले 10 दिनों से लोग रजिस्ट्री की केवल जानकारी ही ले रहे थे लेकिन कलेक्टर द्वारा लोन प्रावधान के बारे में बताने से अब सब स्पष्ट और साफ है। उम्मीद की जा सकती है की आगे अब लोग रेजिस्ट्री जरूर कराएंगे।