BIJAPUR. मामला बीजापुर जिले के दरभा क्षेत्र का है जहां दो युवक 06 महीने पहले सीआरपीएफ में भर्ती हुए। जिसके बाद नक्सलियों ने इन दो युवकों के परिजनों को बुलाकर गांव छोड़ने का फरमान सुनाया। परिजन भी गांव छोड़कर अपने रिश्तेदारों के यहां दंतेवाड़ा के लिए रवाना हो गए। पुलिस अधिकार एसडीओपी ने उनके परिजनों को पुलिस कैम्प के आसपास रहने की सलाह भी दी लेकिन फिर भी डरे सहमे परिजनों ने दंतेवाड़ा जाकर वहां रहने का फैसला लिया।
वहीं, दूसरी ओर जिला कोतवाली क्षेत्र ईसुलनार के जंगलों में पुलिस बल ने माओवादी कैम्प को ध्वस्त कर दिया। वहां से भारी मात्रा में नक्सल सामान भी बरामद किया गया। पुलिस द्वारा ऐसा भी दावा है कि इस दौरान कुछ नक्सली भी मारे गए है।
दरसल, पुलिस बल को ईसुलनार के पहाड़ में माओवादी संगठन अन्तर्गत नक्सली कंपनी नम्बर 02 कमाण्डर वेल्ला मोड़ियाम, डिवीजन मिलिट्री इंचार्ज राहुल तेलम, गंगालूर एसी सचिव दिनेश मोड़ियम, डीव्हीसीएम भास्कर, एसीएम वर्गीश एवं 40-50 सशस्त्र माओवादियों की उपस्थिति की सूचना मिली। इस पर डीआरजी, एसटीएफ एवं कोबरा 210 की संयुक्त टीम कार्यवाही के लिए जंगल की ओर निकली थी।
तभी ईसुलनार के जंगलों में घात लगाये बैठे माओवादियों ने फायरिंग कर दी। पुलिस टीम ने भी जवाबी कार्यवाही की। कुछ देर चली इस फायरिंग के बाद माओवादी वहां से भाग निकले। घटनास्थल से टिफिन बम, कार्डेक्स वायर 20 मीटर , फ्यूज वायर 15 मीटर , डेटोनेटर-04, जिलेटिन 08 नग, बैटरी 12 नग ,सोलर प्लेट, पिटठू बैग मय मैगजीन पोच 02 नग, माओवादी साहित्य एवं अन्य उपयोगी चीजे बरामद की गई।
बीजापुर एएसपी चंद्रकांत गोवर्नाए ने बताया कि घटनास्थल पर खून के धब्बे के निशान मिले हैं। इससे 03 से 04 माओवादी के मारे जाने व घायल होने का अनुमान लगाया जा रहा है।