RAIPUR. छत्तीसगढ़ में बीते कुछ महीनों से ED की टीम लगातार दस्तक दे रही है. वहीं ED की टीम ने प्रदेश के बड़े कारोबारियों और कई अधिकारियों को भी अपने हिरासत में लिया है. अवैध वसूली और कोयला घोटाला वाले मामले में गिरफ़्तार IAS ऑफिसर रानू साहू को लेकर ईडी ने कोर्ट से कहा है कि, रानू साहू से पूछताछ करना जरुरी है, ताकि सिंडिकेट के अन्य सदस्यों के द्वारा जो व्यापक षड्यंत्र रचा गया है उसकी जांच हो सके। इसके अलावा ED ने या भी कहा है कि रानू साहू पुचतच पूछताछ करना इसलिए भी जरुरी है क्योंकि कोयला घोटाला और अवैध वसूली मामले में रानू साहू का उन संदेहियों से आमना सामना कराना है जिनका हालिया दिनों में जाँच के बाद नाम सामने आया है।
ये कहा कोर्ट से ED ने..
रायपुर स्पेशल कोर्ट में ईडी ने रिमांड पत्र में लिखा है कि आख़िर यह कोयला घोटाला और यह अवैध वसूली कैसे की गई। वहीं ED ने कोर्ट को IAS रानू साहू को लेकर बताया है कि “रानू साहू को सिंडिकेट ने 5.52 करोड़ रुपए दिए थे। सिंडिकेट ने यह पैसा रानू साहू को सिंडिकेट में सक्रिय सदस्य के रुप में काम करने के रूप में दिए थे। रानू साहू को सिंडिकेट में सूर्यकांत तिवारी के बराबर का ओहदा रखती है। ईडी ने रिमांड नोट के क्रमांक दस में यह उल्लेख किया है कि, IAS रानू साहू और सूर्यकांत तिवारी के बीच बेहद करीबी अंतरंग संबंध थे।”
झूठ बोलती रही रानू- ईडी का दावा
ED का दावा है कि, ED के पूछताछ में रानू साहू लगातार टालमटोल करती रहीं साथ ही झूठ भी बोलती रही है. ED ने कोर्ट को बताया है कि, “ईडी ने 11/10/2022 को रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के शासकीय निवास पर सर्च ऑपरेशन किया था, लेकिन कलेक्टर निवास में ताला बंद था। वहीं कलेक्टर रानू साहू अवकाश पर हैं या दौरे पर हैं इसे लेकर भी कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं था। जिसके बाद रायगढ़ कलेक्टर का शासकीय निवास ED ने सील कर दिया था।
जिसके बाद 14/10/2022 को रानू साहू ने सूचित किया कि, वे आ चुकी हैं। ED फिर उनके निवास कार्यालय पहुंची जहां ED की टीम ने पाया कि, उन्होंने redmi का नया फ़ोन रखा है, और redmi के उस फ़ोन में 14 अक्टूबर 2022 से पहले का डाटा नहीं था। वहीं रानू साहू ने पूछने पर बताया कि उसका पुराना फ़ोन गुम और चोरी हो जाना बताया, जबकि ED ने कॉल रिकॉर्ड के ज़रिए यह दावा किया है कि रानू साहू झूठ बोल रही थीं।
रानू साहू ने अपना पुराना फ़ोन जो कि आईफ़ोन था, उससे आखिरी कॉल 11 अक्टूबर 2022 की सुबह 08:30 पर किया था, यह वही समय था जब ईडी की टीम कलेक्टर बंगले पर सर्च करने आई हुई थी। रानू साहू ने 13 अक्टूबर को रायगढ कोतवाली में मोबाइल चोरी की सूचना दी। इस पर ईडी का आरोप है कि, रानू साहू यह नहीं बता पाईं कि आखिर उनका फ़ोन कहां और कैसे गुमा।
नवनीत तिवारी का एंट्री रजिस्टर में मिला नाम
ED ने रिमांड नोट में बताया है कि, जब ED ने नवनीत तिवारी को लेकर जब रानू साहू से पूछताछ की तो रानू साहू ने ऐसे किसी व्यक्ति को जानने से साफ़ इंकार कर दिया। जिसके बाद ईडी ने तब कलेक्टर आवास के विज़िटर रजिस्टर को दिखाया जिसमें नवनीत तिवारी का नाम दर्ज था. वहीं ED ने कोर्ट से कहा है कि, जब रजिस्टर दिखा कर पूछताछ की गई तो वे टालने लगीं। ED के अनुसार नवनीत तिवारी कोयला मामले के किंगपिन सूर्यकांत तिवारी का रिश्तेदार है और सिंडिकेट में यह रायगढ़ में जिला प्रशासन का सहयोग लेकर वसूली करता था और संचालन भी करता था।
रानू के Whatsapp Chat को दिखाया गया
ED ने कोर्ट को बताया कि, रानू साहू के बेहद करीबी सूर्यकांत तिवारी थे. रानू साहू को जब सूर्यकांत से जुड़े अन्य अभिलेख और Whatsapp Chat को दिखाया गया तो वे जवाब देने के बजाय टाल मेटल करती रही.
DMF का भी किया जिक्र
ED के रिमांड पत्र में रजनीकांत तिवारी और निखिल चंद्राकर के रिकॉर्डेड वौइस का उल्लेख है, जिसके अनुसार रानू साहू सिंडिकेट में सूर्यकांत तिवारी के बराबर अहद रखती थीं। ईडी ने निकुल पटेल के कथन का भी ज़िक्र किया है, जिसमें उसने बताया है कि,उसे DMF के अंतर्गत तब दो ठेके मिले थे, जबकि रानू कोरबा जिले की कलेक्टर थी। उसको ये काम तब ही मिला जब वह टेंडर राशि का दस फ़ीसदी सूर्यकांत को कमीशन दिया, वहीं तब इस पर सूर्यकांत ने आश्वासन दिया कि वह कलेक्टर रानू साहू से काम करवा देगा.
हस्तलिखित डायरी और IT द्वारा जप्त सूर्यकांत तिवारी और सिंडिकेट के अन्य सदस्यों के प्रांगण में हुई जांच में जप्त व्हाट्सएप चैट से यह पता चलता है कि कोल सिंडिकेट ने साहू को 5.52 करोड़ मिले थे। यह पैसा सिंडिकेट के सक्रिय सदस्य के रुप में काम करने के लिए दिए गए। वहीं सिंडिकेट में सूर्यकांत तिवारी के बराबर की IAS रानू साहू रखती थीं। इस तथ्य की पुष्टि रजनीकांत तिवारी और निखिल चंद्राकर ने अपने रिकॉर्डेड बात में बताया है। निकुल पटेल ने बताया कि उसे DMF के अंतर्गत दो ठेके मिले थे, जबकि रानू कोरबा की कलेक्टर थी, उसको काम तब ही मिला जबकि टेंडर राशि का दस फ़ीसदी सूर्यकांत को कमीशन दिया, सूर्यकांत ने आश्वासन दिया कि कलेक्टर मैडम से काम करवा देगा.