RAIPUR\NEW DELHI. छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में एक और नया मोड़ सामने आया है। दरअसल प्रदेश के स्पेशल सेक्रेटरी एक्साइज, एक्साइज कमिश्नर (आईएएस) समेत 05 लोगों के खिलाफ नोएडा के थाना कासना में FIR दर्ज किया गया है। इसमें 1200 करोड़ के घोटाले का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) रायपुर में तैनात हेमंत ने रविवार को इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के मुताबिक ईडी छत्तीसगढ़ में करोड़ों के शराब घोटाले में मनी लांड्रिंग की जांच कर रही है। वहीं नोएडा पुलिस की माने तो इस मामले में थाना कासना में अरुण पति त्रिपाठी, स्पेशल सेक्रेटरी एक्साइज, निरंजन दास एक्साइज कमिश्नर, आईएएस अनिल टुटेजा, विधु गुप्ता और अनवर ढेबर के खिलाफ धारा 420, 468, 471, 473, 484 ,120- बी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
नकली होलोग्राम गए बनाए
दरअसल, मामले की जांच में पाया गया कि शराब के सिंडिकेट की मिली भगत से नोएडा स्थित विधु गुप्ता के प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के कारखाने में कंपनी में असली और नकली दोनों होलोग्राम बनाए गए। इस कंपनी को होलोग्राम बनाने का टेंडर अवैध तरीके से दिया गया। बता दें हर होलोग्राम में 08 पैसा कमीशन लिया गया। वहीं आरोप है कि डुप्लीकेट होलोग्राम नोएडा फैक्ट्री में बनाने के बाद सिंडिकेट संचालकों के पास ले जाया गया। फिर नकली होलोग्राम लगाकर बड़े पैमाने पर छत्तीसगढ़ में देश में बनी शराब बेची गई।
80 करोड़ होलोग्राम छापने का था एग्रीमेंट
बता दें की होलोग्राम की संख्या सिंडीकेट के कहने पर उसके हिसाब से छापकर करके भेजी जाती थी। मिली जानकारी के अनुसार 05 साल में 80 करोड़ होलोग्राम छापने का एग्रीमेंट हुआ था। होलोग्राम को नोएडा के कारखाने में छापकर सड़क के रास्ते छत्तीसगढ़ ले जाया जाता था। आरोप है कि इस घोटाले में छत्तीसगढ़ राज्य के खजाने को 1200 करोड़ का नुकसान हुआ है। ED के अधिकारियों के अनुसार जांच के दौरान PHFS नोएडा फैक्ट्री से 2021 में डुप्लीकेट होलोग्राम जब्त किए हैं। वहीं ईडी के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में कुबूला है कि वे नकली होलोग्राम छापकर उसे गोरखधंधे में लगे थे।