VARANASI. टमाटर की आसमान छूती कीमतों ने लोगों की रसोई से इसे गायब कर दिया है। शतक लगा चुकी टमाटर की कीमतों को लेकर महंगाई का मुद्दा बनाने के लिए विपक्षी दल तरह-तरह से इसे लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी सपा नेता ने बाउंसर तैनात करके टमाटर की कीमतों का विरोध किया था।
मगर, अब उसके खिलाफ पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। इतना ही नहीं उसे गिरफ्तार करके जेल भी भेज दिया गया है। दरअसल, वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के नगवा इलाके में स्थित एक सब्जी विक्रेता की दुकान पर टमाटर की बढ़ी हुई कीमत को लेकर विरोध दर्ज कराने के लिए बाउंसर तैनात किए गए।
देखते ही देखते इसका वीडियो वायरल हो गया। यूपी के पूर्व सीएम और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उस वीडियो को डालकर फिर ट्वीट कर दिया। इसके बाद सपा प्रदर्शनकारी और दुकान मालिक की तलाश में पुलिस जुट गई। इलाके के चौकी इंचार्ज की तहरीर पर सब्जी विक्रेता, उसके बेटे और सपा कार्यकर्ता के खिलाफ लंका थाने में FIR दर्ज कर ली गई। इसके बाद सब्जी विक्रेता और उसके बेटे की गिरफ्तारी कर ली गई। हालांकि, सपा कार्यकर्ता फरार हो गया।
वाराणसी में महंगाई जैसे जनहित के विषय पर सरकार का ध्यानाकर्षण करनेवाले सब्ज़ीवाले को थाने में बिठाना कहाँ तक उचित है। इस समाचार के फैलने से प्रदेशभर के समस्त सब्ज़ी विक्रेता आक्रोशित हो रहे हैं। उस सब्ज़ीवाले को तुरंत छोड़ा जाए।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2023
इस मामले में अब सियासत गर्मा गई है। सपा के स्थानीय सपा नेता सब्जी विक्रेता के घर पहुंचकर हर संभव मदद देने की बात कह रहे हैं। अखिलेश यादव के खिलाफ विद्वेष की राजनीति बता रहे हैं। उधर, सब्जी विक्रेता का परिवार खुद के लोगों को बेगुनाह बताकर इंसाफ की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह पूरी कारस्तानी फरार सपा कार्यकर्ता अजय यादव ऊर्फ अजय फौजी की है।
बताते चलें कि रविवार सुबह स्थानीय सपा कार्यकर्ता अजय यादव उर्फ अजय फौजी नगवा इलाके में पहुंचे। यहां उन्होंने सब्जी विक्रेता जगनारायण यादव की सब्जी की दुकान पर बाउंसर लगाकर टमाटरों की हिफाजत करने का नाटक किया। इसी बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने “भाजपा टमाटर को ‘Z PLUS’ सुरक्षा दे” लिखकर वीडियो ट्विटर पर पोस्ट कर दिया था। फिर क्या था, जैसे भूचाल आ गया. वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस सक्रिय हो गई और उस सब्जी की उस दुकान पर पहुंचकर सब्जी विक्रेता जगनारायण यादव और उसके बेटे विकास यादव को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही प्रदर्शन का आयोजन करने वाले फरार सपा कार्यकर्ता अजय यादव उर्फ अजय फौजी की तलाश में जुट गई.