RAIPUR. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को कुछ ही महीने शेष है। सभी राजनैतिक दाल अपने विपक्षी दलों पर तंज कसने में लगे हुए है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने “सबका साथ सबका विकास” के अपने नारे के साथ मुस्लिमों को जोड़ने के लिए मोदी-मित्र बनाने का अभियान शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ में अल्पसंख्यकों को साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी ‘मोदी मित्र अभियान’ चला रही है। छत्तीसगढ़ में इस अभियान को पांच लोकसभा सीटों में रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, सरगुजा और बस्तर में शुरू किया गया है।
पार्टी का दावा है कि इन क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी संख्या है। वहीं पिछले एक माह में यहां 3000 मुस्लिमों को मोदी मित्र बनाया जा चुका है। मोदी मित्र अभियान चलाए जाने पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हर वर्ग के लोगों को पार्टी के विचारधारा से जोड़ा जा रहा है। वहीं कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस जाती के आधार पर राजनीति की है, लेकिन भाजपा का एक मूल मंत्र है,”सबका साथ सबका विकास”।
इस पर कांग्रेस ने बीजेपी के इस अभियान पर तंज कसाते हुए कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीच बाजार में जूता मारे, गली में आके पाव पड़े यही स्थित भारतीय जनता पार्टी की है। जब उनके हितों की बात होगी तो खिलाफ में खड़े रहेंगे। जब हिंदू समाज की ध्रुवीकरण की बात होगी तो गाली दिया जाता है। भाजपा के अवसरवादी चेहरे को लोग पहचानते हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग बीजेपी के बहकावे में नहीं आने वाले हैं।
क्या है मोदी मित्र अभियान ?
भारतीय जनता पार्टी ने ज्यादा से ज्यादा मुसलमानों को भारतीय जनता पार्टी में जोड़ने के मकसद से इस अभियान की शुरुआत की है। भाजपा की ये निति सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले प्रदेश उत्तर प्रदेश से की है। यहां लोकसभा की 80 सीटें हैं। मोदी मित्र अभियान का जिम्मा भाजपा के ही अल्पसंख्यक मोर्चा के सिर पर है। पार्टी ने इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश के देवबंद से की थी। देवबंद को इसलिए चुना गया क्योंकि इस्लामिक शिक्षा के लिहाज से वह बड़ा केंद्र है। पार्टी को भी पता है कि अगर देवबंद से इस अभियान को ज्यादा से ज्यादा मुसलमानों तक पहुंचाया जाए तो फायदा पार्टी को ही होगा। मोदी मित्र को इसी साल 29 अप्रैल को लॉन्च किया गया था।