RAIPUR. छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने धर्मांतरण को लेकर बड़ा बयान दिया। इसके बाद फिर से धर्मांतरण के मसले पर जुबानी जंग छिड़ गई। जिसके बाद सीएम भूपेश बघेल ने कहा बीते रमन सरकार के कार्यकाल में 15 साल में सबसे ज्यादा चर्च बने हैं।
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का जिन्न एक बार फिर तब बोतल से बाहर आ गया। जब भाजपा के हिंदूवादी फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह प्रदेश के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने न सिर्फ प्रदेश में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का आरोप लगाया बल्कि भाजपा की सरकार बनने पर धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाने की घोषणा भी कर डाली। छत्तीसगढ़ में भाजपा पहले ही इस मुद्दे पर हमलावर है, ऐसे में गिरिराज सिंह ने धर्मांतरण की चिंगारी को हवा देने की कोशिश की, लेकिन सीएम भूपेश बघेल ने गिरिराज सिंह के आरोपों को तो सिरे से खारिज किया ही उन्होंने भाजपा के 15 सालों में सबसे अधिक चर्च बनने का दावा भी किया। सीएम भूपेश बघेल ने दो टूक लहजे में कहा कि अगर कहीं कोई धार्मिक स्थल बनता है तो यह तय है कि उसके मानने वाले लोग भी होते हैं।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की एमएसपी पर बहस करने वाले चुनौती को भी CM भूपेश बघेल ने स्वीकार करते हुए कहा कि हम किसी भी मंच पर बहस के लिए तैयार हैं। हमारा कोई भी कार्यकर्ता बहस कर लेगा। पेट्रोल-डीजल की तुलना में MSP कितनी बढ़ी भाजपा नेता बताएं। BJP की पुरखौती सम्मान यात्रा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा अब चुनाव है तो उन्हें पुरखों की याद आएगी ही। रमन सिंह जिन्हें मोबाइल बांटे उन्हें ढूंढे।
छत्तीसगढ़ में चुनाव के पहले भाजपा लगातार बस्तर, सरगुजा समेत कई इलाकों में धर्मांतरण का मुद्दा उठा रही है। कांग्रेस पलटवार की मुद्रा में है। लेकिन सियासत से दूर उम्मीद यही की जानी चाहिए कि ऐसे मुद्दों से प्रदेश की शांति और सद्भाव पर कोई असर न हो।