BILASPUR. फ़िल्म आदिपुरुष के प्रदर्शन को लेकर विरोध का सिलसिला थम नहीं रहा है। अभी कुछ देर पहले चलती मूवी का विरोध करने कुछ लोग स्थानीय मल्टीप्लेक्स में घुस गए और फ़िल्म का जमकर विरोध किया। प्रदर्शन के दौरान ही हिंदू एकता संगठन ने नारेबाजी कर फ़िल्म का विरोध किया। विरोध कर रहे लोगों ने फ़िल्म को बैन करने की मांग की है। विरोध प्रदर्शन के दौरान मल्टीप्लेक्स के बाहर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता नारेबाज़ी करते नजर आए। इस दौरान मूवी देख रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सिविल लाइन पुलिस को जैसे ही इस बात की जानकारी लगी तब मौके पर पुलिस की टुकड़ी पहुंची और विरोध कर रहे लोगों को नियंत्रित किया। सिविल लाइन पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है और उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है ।
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से फिल्म की सियासत गरमाई हुई है। कश्मीर फाइल्स और केरला स्टोरी के बाद आदिपुरुष को लेकर कांग्रेस के नेता भाजपा पर तंज कस रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि फिल्म में संवाद, भाषा, प्रस्तुतिकरण अमर्यादित है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस फिल्म को लेकर भारतीय जनता पार्टी, आरएसएस, बजरंग दल पर तंज कसते हुए सवाल उठाया है कि कौशल्या माता मंदिर के राम की मूर्ति पर सवाल उठाने वाले इस फिल्म को लेकर मौन क्यों हैं? इसके बाद केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आदिपुरुष पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
उन्होंने आज एक ट्वीट किया कि मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आशा करती हूं कि श्री राम के ननिहाल में इस फ़िल्म पर प्रतिबंध लगाने जल्द ही आदेश करेंगे। फिल्म आदिपुरुष जो रामायण पर आधारित है जिससे हमारे आराध्य प्रभु श्री राम माता जानकी वीर हनुमान एवं अन्य चरित्रों का फिल्मांकन तरीके से किया गया है, पात्रों के मुंह से जिस प्रकार से डायलॉग बोले गए हैं इससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई है।
पूर्व सीएम रमन बोले- सीएम लें फैसला
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि विरोध और समर्थन की बात नहीं है, राम आस्था और हिंदुस्तान की संस्कृति की बात है। जन-जन पर राम बसे हुए हैं, भगवान राम के प्रति आदर और सम्मान भाव होना चाहिए, यदि कुछ भी इसके विपरीत है तो कोई समर्थन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने फिल्म देख लिया है, यदि उन्हें लगता है की कुछ ठीक नहीं है तो इस पर तत्काल निर्णय लेना चाहिए। मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राम के नाम लेने से मात्र वैतरणी पार नहीं होगी बल्कि राम के अनुरूप काम भी करना होगा। यहां माफियाओं का बोलबाला है। इधर इस फिल्म के कुछ डायलॉग पर आपत्ति जताने और विरोध के बाद हटा दिया गया है।
करोड़ों लोगों की भावनाओं से खेल रहा बॉलीवुड
इधर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने हिंदी फिल्मों में हिंदू धर्म के आराध्य देवी देवताओं के चित्रण पर आपत्ति जताते हुए कहा कि करोड़ो लोगों की भावनाओं के साथ बॉलीवुड खेल रहा है। अश्विनी उपाध्याय का कहना है कि बॉलीवुड क्यों कभी पैगंबर साहब या ईसा मसीह पर फिल्म नहीं बनाता