DELHI. मणिपुर में हिंसा घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। यह हिंसा विगत 50 दिनों से अधिक समय से चल रही है। इस हिंसा ने केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है। जिसपर केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक ली। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली में बैठक की अध्यक्षता की । इस बैठक में केंद्र सरकार द्वारा सभी दलों को मणिपुर की परिस्थिति, हिंसा की वजह और सरकार के तरफ से किये गए प्रयासों की जानकारी दी।
इस मामले पर देरी को लेकर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं। दरअसल 22 जून को कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर हैं ऐसे समय में मणिपुर के मामले पर सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने का क्या मतलब है। मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री अब तक चुप्पी साधे हुए है। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं है और इस हिंसक घटना को नजरअंदाज किया जा रहा है।
इस दौरान वहां जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, बीजेपी नेता पिनाकी मिश्र, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा, टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन, सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास समेत अन्य नेता शामिल शामिल रहे।