WASHINGTON. टाइटैनिक जहाज एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। साल 1912 में ब्रिटेन से अमेरिका जा रहा टाइटैनिक रास्ते में एक आइसबर्ग से टकराने के बाद डूब गया था। इसका मलबा साल 1985 में मिला था। तब से इसे देखने के लिए कई लोग जाते रहते हैं।
अटलांटिक महासागर की गहराइयों में डूबे इस जहाज को देखने के लिए रविवार को पांच लोग टूरिस्ट पनडुब्बी में सवार होकर गए थे। मगर, अब बताया जा रहा है कि पनडुब्बी का पता नहीं चल पा रहा है। राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। अमेरिका-कनाडा की नेवी फोर्स और व्यवसायिक रूप से समंदर की गहराई में जाने वाली कंपनियां इस पनडुब्बी की खोज में लगी हैं। मगर, यह लड़ाई समय के साथ चल रही है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पनडुब्बी में 96 घंटे की ऑक्सीजन होती है। करीब पौने दो घंटे से भी कम समय में टाइटन नाम की इस पनडुब्बी का संपर्क टूट गया था। लिहाजा, आशंका है कि इसमें सवार लोग करीब 70 घंटे तक ही ऑक्सीजन ले सकेंगे।
दो अरबपति सहित पांच लोग हैं सवार
इस पनडुब्बी में पाकिस्तान के अरबपति कारोबारी शहजादा दाऊद, उनके बेटे सुलेमान और ब्रिटिश कारोबारी हामिश हार्डिंग सवार हैं। इसके अलावा पनडुब्बी के चालक सहित दो अन्य लोग भी लापता बताए जा रहे हैं। पनडुब्बी के पायलट का नाम पॉल हेनरी है और वे फ्रांस के रहने वाले हैं।
टूर कंपनी ओशियनगेट इस छोटी पनडुब्बी का संचालन करती है। बताते चलें कि टाइटैनिक जहाज जब दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, तो उस पर कुल 2200 लोग सवार थे। इस दुखद हादसे में करीब 1500 लोग मारे गए थे। साल 1985 में इस जहाज का मलबा मिलने के बाद से ही लोग इसे देखने के लिए खोजी अभियान पर जाते रहते हैं।