BHILAI. दुर्ग पुलिस ने आज एक ऐसे दंपती को पकड़ने में सफलता हासिल की है जो दो नंबर के ऐसे काम में लगे थे, जो समाज को गर्त में धकेल रहा था। दंपती मिलकर नशे का बड़ा कारोबार कर रहे थे। पंजाब से हेरोइन की खेप लाई जाती थी और पति उसे राजधानी रायपुर सहित दुर्ग और राजनांदगांव जिले में सप्लाई कर रहा था। जबकि पत्नी भिलाई में घर के चबूतरे से हेरोइन बेचने का काम कर रही थी। नशे का कारोबार करने वाला व्यक्ति महिला का दूसरा पति है।
दुर्ग जिले के वैशाली नगर थाना क्षेत्र से पुलिस को सूचना मिली कि मोहल्ले में नशे का कारोबार चल रहा है। बता दें कि वैशाली नगर दुर्ग जिले की पॉश कॉलोनियों में शामिल की जाती है। पुलिस को मुखबिर ने बताया कि भिलाई के प्रेमनगर कैंप-1 की एक महिला अपने घर के चबूतरे पर ही नशे की दुकान सजाए है। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और महिला को पकड़ने के लिए जाल फैलाया गया। पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और एएसपी संजय ध्रुव के निर्देश पर वैशाली नगर थाना प्रभारी त्रिनाथ त्रिपाठी ने अपनी टीम के साथ बताए गए स्थान पर दबिश दी गई।
यहां से नूतन सिंह नाम की महिला को हिरासत में लिया गया। उसके पास से एक बैग में स्टील का डिब्बा मिला। इसमें हेरोइन रखी थी। बरामद हेरोइन की कीमत करीब साढ़े आठ लाख रुपये आंकी जा रही है। महिला के बैग से एक इलेक्ट्रानिक वेट मशीन भी मिली है। पुलिस का अनुमान है कि महिला हेरोइन को इसी वेट मशीन से तौल कर नशेड़ियों को बेचती थी। महिला के पति का नाम घनश्याम सिंह बताया जा रहा है, जो प्रेमनगर में ही रहता है।
पूछताछ में खुला बड़ा राज
जब पुलिस ने महिला से पूछा कि उसे हेरोइन कहां से मिलती है तो और भी बड़ा राज खुल गया। पता चला कि महिला का एक और पति है, जिसका नाम दलबीर सिंह है। दलबीर पंजाब से हेरोइन लाता है और दुर्ग के अलावा राजधानी रायपुर और राजनांदगांव में भी सप्लाई करता है। इसके बाद महिला के दूसरे पति दलबीर को भी दबाेच लिया गया। उसके पास से 45 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। पुलिस का दावा है कि यह रकम दलबीर ने हेरोइन बेचकर कमाई थी।