RAIPUR. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय रामायण प्रतियोगिता का आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में किया गया था. इस प्रतियोगिता में बचेली ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं कोडगांव-कुरूद द्वितीय और कुद्री-बलौदा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है. इस प्रतियोगिता में प्रदेश के सभी 33 जिलों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था।
इस दौरान में विधायक सत्यनारायण शर्मा, गौसेवा आयोग अध्यक्ष राजेश्री डॉ. महंत रामसुंदर दास, छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् अध्यक्ष डॉ. सुरेश शर्मा, संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य एवं जनप्रतिनिधि और विभिन्न जिलों की मानस मंडली के कलाकार भी उपस्थित रहें.
प्रदेश को मिली विश्व स्तरीय पहचान
इस अवसर पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि प्रदेश में आदिवासी नृत्य महोत्सव, कौशल्या महोत्सव, राष्ट्रीय रामायण महोत्सव, रामायण मंडली प्रतियोगिता और अन्य आयोजन हुए. इन सभी आयोजनों से प्रदेश को विश्व स्तरीय पहचान मिली है। साथ ही कहा कि प्रदेश के कण-कण में भगवान श्रीराम का वास है। वहीं कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति में रामायण मानस मंडली महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर है।
वहीं बताया कि राज्य सरकार लगातार छत्तीसगढ़ की संस्कृति को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर भगवान श्री राम के द्वारा वनवास काल के दौरान छत्तीसगढ़ में की गई यात्रा से जुड़े स्थलों को संजोने के लिए राम वन गमन पर्यटन परिपथ योजना शुरू की है। योजना के तहत सीतामढ़ी हर-चौका से लेकर दंडकारण्य के अनेक स्थलों को चिन्हित कर उनको विकसित किया जा रहा है।
इन्हें मिला पुरस्कार
प्रतियोगिता में प्रदेश के सभी 33 जिलों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है। प्रथम स्थान प्राप्त करने मंडली को पांच लाख रूपए, द्वितीय स्थान वाली मंडली को तीन लाख रूपए और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली मंडली को दो लाख रूपए की राशि का चेक, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया है।