RAIPUR. छत्तीसगढ़ मेंआदिवासी नेता नंदकुमार साय के कांग्रेस में शामिल होते ही अब सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। इस दौरान कांग्रेस के साथ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की भी प्रतिक्रिया आने लगी। पूर्व सीएम और बीजेपी के राष्टीय उपाध्यक्ष डा रमन सिंह ने कहा कि पार्टी के लिए बड़ी क्षति है। वरिष्ठ कार्यकर्ता के छोड़ने पर पार्टी को नुकसान तो होता है। उन्हें मनाने के लिए पार्टी के पदाधिकारियों ने लगातार कोशिश की। नंदकुमार द्वारा भूपेश सरकार की प्रशंसा पर रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस में चले गए तो कांगेस के काम से ही प्रभावित होंगे।वहीं, साय को कांग्रेस की सदस्यता दिलाने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने कह कि आज अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस है और ऐसे समय में जिन्होंने गरीबों और आदिवासियों के लिए संघर्ष किया। ऐसे नंद कुमार ने आज कांग्रेस सी सदस्यता ली है। इसके लिए उन्हें बधाई देता हूं। वह सच्चे आदिवासी नेता हैं। सीएम ने कहा कि नंदकुमार साय का जीवन सादगी भरा है। वे अनाज तो खाते हैं लेकिन नमक नहीं खाते। पूरा जीवन आदिवासियों की सेवा के लिए संघर्ष किया। गरीबों के लिए लड़ते रहे। हमारी सरकार बनने के बाद आदिवासियों के हित में लिए गए निर्णय पर सार्वजनिक रूप से हमारे कामों की प्रशंसा करते रहे हैं।
दूसरी ओर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि नंदकुमार का कांग्रेस में शामिल होना सोचने का विषय है। हालांकि, जिस कांग्रेस पार्टी के खिलाफ जीवनभर लड़-लड़कर वो इतने बड़े नेता बने आज उसी पार्टी में शामिल हो गए। यह दुभाग्यपूर्ण है। भाजपा ने उन्हें लगातार मान-सम्मान दिया है। आदिवासी नेता के कांग्रेस जाने से आदिवासियों में भाजपा के भरोसे के सवाल पर साव ने कहा कि आदिवासी समाज का बीजेपी पर हमेशा से विश्वास रहा है। भाजपा ने लगातार आदिवासी समाज को सम्मान देने का काम किया है।
सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया था इस्तीफा, लिखा था-साजिशें हो रही
चुनावी साल में भाजपा को झटका देते हुए वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। साय ने इंटरनेट मीडिया पर अपना इस्तीफा पोस्ट करते हुए कहा कि पार्टी के नेता उनके खिलाफ लगातार षड़यंत्र कर रहे थे। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को भेजे इस्तीफे में साय ने पार्टी के नेताओं पर छवि धूमिल करने का आरोप भी लगाया है। साय का इस्तीफा उस समय आया है, जब प्रदेश प्रभारी ओम माथुर सहित सभी वरिष्ठ नेता राजधानी रायपुर में हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के नाम अपना इस्तीफा भेजा था और दावा किया था कि उनके सहयोगी उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं तथा उनकी छवि धूमिल करने के लिए झूठे आरोप लगा रहे हैं। साय ने कहा था कि वह इससे दुखी हैं।