KANKER. कांकेर जिले में सामाजिक बहिष्कार का नया मामला सामने आया है। दरअसल, नक्सल समस्या व बहिष्कार का दंश झेल रही एक पत्नी अपने दो बच्चों के साथ मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंची। न्याय की उम्मीद पहुंची पीड़िता ने अपनी पूरी व्यथा सुनाई। जिले के ग्राम पीवी 105 विकासपल्ली की रहने वाली सुषमा हालदार के अनुसार 10 साल पहले नक्सलियों ने उसके पति प्रेमानंद हालदार पर पुलिस की मुखबिरी का आरोप लगाकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे डरकर मैं अपने बच्चों के साथ गांव छोड़कर जगलदपुर आ गई थी। इसके बाद में जब नक्सल दहशत कम हुई तो ग्राम पीवी 100 में आकर अपनी दो बेटियों के साथ रहने लगी। दोनों बेटियां स्कूल में एडमिशन भी करा दिया। इसके साथ ही मैं खेती और स्कूल में रसोइया का काम कर गुजारा करने लगी, लेकिन ग्राम प्रमुखों ने मेरे परिवार को बहिष्कार कर दिया है। हुक्कापानी भी बंद कर दिया है। मेरे परिवार को बिना कारण ही ऐसी सजा दी जा रही है।
वहीं, महिला ने आगे बताया कि एक दिन बाजार से आने के दौरान जब मुझे चक्कर आया तो गांव के ही सुब्रत राय ने उसकी मदद करते वाहन से घर छोड़ा तो गांव के युवकों ने उसकी पिटाई कर दी। बाइक में बैठाकर घर छोड़ने को लेकर गांव में 2 अप्रैल की रात बैठक रखी गई। इसमें उन्हें बहिष्कृत करते हुक्का पानी बंद करने का एलान कर दिया गया। इसके बाद गांव के मुखिया गोपाल विश्वास, संजय राम, हरिपद विश्वास, श्रीवास देवनाथ, रणजीत, सुकाई विश्वास से इस पर चर्चा की तो इन लोगों ने गांव छोड़ने कह दिया। गांव नहीं छोड़ने पर अनहोनी घटना की धमकी दी। कोई मदद करता है तो उसकी पिटाई की जाती है। जुर्माना लिया जाता है। गांव में पीने का पानी, सरकारी दुकान से राशन, अन्य निजी दुकान से सामान देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब उसे गांव छोड़ने व आत्महत्या करने जैसे कदम उठाने के लिए उकसा रहे हैं। कुछ आए दिन धमकियां देते हैं, जिससे में मैं डरी हूं।
बेटी बोली-घर से निकलते ही गाली देतें हैं, हमें संरक्षण दें
इस दौरान महिला की बेटी प्रियंका हालदार ने एक मार्मिक अपील की है। प्रियंका ने कहा कि हमें संरक्षण की जरूरत है। उसकी मां, बहन और मुझे गांव वाले परेशान कर रहे हैं। घर से बाहर निकलने पर गाली देते हैं। धमकाते हैं। किसी को उनके घर आने या बात करने पर दो हजार जुर्माना लगाया गया है। प्रियंका ने लोगों से हाथ जोड़ते वीडियो बना परिवार को बचाने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।